टिहरी: टिहरी लोकसभा सीट के निर्दलीय प्रत्याशी गोपाल मणि आज चुनावी प्रचार-प्रसार करने कंडिसौड़ पहुचें। इस दौरान उन्होने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। जनसभा में उमड़े जनसैलाब के बीच से एक ही बात आ रही थी कि जब देश में चायवाला हो सकता है तो उत्तराखंड में गायवाला क्यों नहीं लोग नारे लगाने लगे देश मे चायवाला वाला टिहरी में गायवाला। संत गोपाल मणि महाराज ने जनता की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यह देव भूमि है उत्तराखंड ही एक ऐसा प्रदेश है जहां एक शहर का नाम गोचर है अर्थात यह भूमि गौ-गंगा और हिमालय की भूमि है। इसलिए यहां का नेतृत्व करने वाला भी वही व्यक्ति होना चाहिए जो गौ गंगा की बात करता हो, हिमालय संरक्षण की बात करता हो ,लेकिन दुर्भाग्य से 71 वर्षों से पहाड़ की पीड़ा किसी ने नही सुनी है जो गंगा पूरे देश की प्यास बुझा रही है। आज उसी के उद्गम स्थल के कई गाव प्यासे हैं इससे बड़ी बिडम्बना और क्या हो सकती है।
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मणि जी ने आगे कहा मोदी जी कह रहे है कि देश को राजा-महाराजा नही चाहिए। यही बात टिहरी की जनता, पहाड़ी के निवासी सदैव से कहते रहे है। वो आज मोदी जी ने खुद कही जो साफ तौर पर टिहरी में बीजेपी प्रत्याशी माला राज्यलक्ष्मी शाह का विरोध है। जो उसी राजशाही की प्रतीक है जिसके सामने महान बलिदानी श्रीदेव सुमन की आवाज, आंदोलन और अपील को कुचल दिया गया था। इसके विपरीत दूसरी ओर कांग्रेस है जिसने दशकों दशकों से देश से छल किया और प्रीतम सिंह के नाम पर भी वंशवादी चेहरा है। इनसे आज टिहरी की जनता एक ही सवाल पूछ रही है कि इनकी आजतक की उपलब्धि क्या है उत्तराखण्ड देभ भूमि है यहां की देव भाषा देवभाषा संस्कृत है जिसको इस प्रदेश द्वितीय राजभाषा का दर्जा भी प्राप्त है लेकिन दुर्भाग्य से वह भी कागजों में ही सिमट कर रह गयी है ।इसलिए पहाड़ के लोगो अब एक होकर अपना वोट श्रीदेव सुमन के विचारों पर करना होगा पहाड़ के मुद्दों पर विषयो पर करें, और पहाड़ की संस्कृति, मुद्दे हेतु करें । पहाड़ की ध्याण गौ गंगा के लिये वोट करें ।