सीएम ठाकरे के लिए मुसीबत बना योगी के खिलाफ दिया बयान, बीजेपी ने उठाया बड़ा कदम | Nation One
केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे की महाराष्ट्र में हुई गिरफ्तारी पर भाजपा ने अब पलटवार करना तेज कर दिया है। एक पुराने बयान पर कानपुर की महापौर प्रमिला पाण्डेय ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए स्वरुप नगर थाने में तहरीर दी है।
महापौर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अगला हमला होता है तो उसके जिम्मेदार उद्धव ठाकरे होंगे। यह भी कहा उद्धव ठाकरे को कुर्सी विरासत में मिली है और इसीलिए अशोभनीय बयान दे रहे हैं, जिसको भाजपा बर्दाश्त नहीं करेगी।
शिवसेना से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे और वर्तमान में मोदी कैबिनेट में मंत्री नारायण राणे द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ दिये गये बयान पर महाराष्ट्र पुलिस ने बीते दिनों उनकी गिरफ्तारी कर ली थी। इसके बाद से महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया और अब भाजपा पलटवार करने में तेजी से आगे बढ़ रही है।
इसी के चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर उद्धव ठाकरे द्वारा दिये गये एक पुराने बयान पर शुक्रवार को कानपुर की मेयर प्रमिला पाण्डेय ने स्वरुप नगर थाने में तहरीर देकर उद्धव ठाकरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग कर डाली।
महापौर ने कहा कि उद्धव ठाकरे द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ दिया गया बयान पूरी तरह से अशोभनीय है। हम भाजपाई चुप बैठने वाले नही हैं क्योंकि उन्हें ये कुर्सी विरासत में मिली है। इन्हें किसी के मान सम्मान और जनता के दु:ख दर्द का अंदाजा नहीं है।
महापौर की दी गई तहरीर में कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला हुआ तो सीधे तौर पर उद्धव ठाकरे जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि उप्र और बिहार के लोग जिस दिन महाराष्ट्र छोड़ देंगे, उस दिन वहां के लोग खाने तक को मोहताज हो जाएंगे। उनके स्टेट को बनाने का काम यहां के लोगों ने किया है।
इस बयान के राजनीतिक मुद्दा बनते ही उप्र के कई जिलों में सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं। इससे उद्धव ठाकरे की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरसअल, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने का बयान दिया था। इसमें उनकी गिरफ्तारी भी हो गई थी।
बताते चलें कि अक्टूबर 2020 में दशहरा भाषण के दौरान ठाकरे ने कहा था कि एक योगी कैसे मुख्यमंत्री बन सकता है? उसे एक गुफा में जाकर बैठना चाहिए। योगी ने शिवाजी महाराज का अपमान किया है। योगी की शिवाजी के पास जाने की हैसियत नहीं थी। योगी जब महाराष्ट्र आएं तो उन्हें उनके चप्पल से पीटना चाहिए।