आक्रोशित ठेकेदारों ने आरपार की लड़ाई का किया ऐलान
ठेकेदार अब किसी भी दिन काम ठप करके आंदोलन में उतर सकते हैं। पिछले एक साल से लंबित भुगतान को लेकर आक्रोशित ठेकेदारों ने आरपार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। ठेकेदारों ने सरकार पर उनका उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। पिछले काफी समय से भुगतान देने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे ठेकेदारों को अभी तक सरकार ने राहत नहीं दी है। इससे ठेकेदारों के बीच रोष बढ़ गया है।
गुरुवार को लोनिवि कार्यालय परिसर में देहरादून ठेकेदार कल्याण समिति के बैनर तले ठेकेदारों के बीच बैठक हुई। विभिन्न स्थानों से भी ठेकेदारों ने शिरकत की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष गोविंद सिंह पुंडीर ने कहा कि सरकार की नीतियों के ठेकेदारों की बुरी स्थिति हो गई है। पुराने कामों का भुगतान करने की बजाए ठेकेदारों का उत्पीड़न किया जा रहा है।
अगस्त 2017 को ठेकेदारों ने भुगतान की मांग को लेकर आंदोलन किया था। जिसके बाद सरकार ने मांगों को जायज मानते हुए भुगतान करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, विधायक मुन्ना सिंह चैहान व वित्त सचिव अमित नेगी और प्रमुख अभियंता के बीच हुई बैठक में 10 बिंदुओं पर सहमति जतायी गई थी।
ठेकेदारों में है भारी आक्रोश
इसके बाद सरकार के स्तर पर मांगों को समय समय पर उठाया जाता रहा, लेकिन अभी तक ठेकेदारों का भुगतान नहीं हुआ है। इससे ठेकेदारों में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि जल्द ही उग्र आंदोलन की शुरूआत करके पूरे काम ठप कर दिए जाएंगे। बैठक के दौरान महासचिव राजेंद्र सिंह कुंवर, अरूण वालिया, अनुराग गुप्ता, नैन सिंह पंवार, गजेंद्र सिंह, गौरव गुलेरिया, अजीत राय, सुनील, सापेक्ष शर्मा आदि ठेकेदार मौजूद रहे।