गैरसैंण को राजधानी बनाकर ही दम लेगी जनता

गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित किए जाने की मांग को लेकर स्थायी राजधानी संघर्ष समिति के आह्वान पर गैरसैंण के रामलीला मैदान में शुक्रवार से दूसरे चरण का क्रमिक अनशन व धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है। पहले दिन पांच आंदोलनकारी क्रमिक अनशन में बैठे तथा दर्जन भर से अधिक लोगों ने समर्थन में धरना भी दिया। इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। वक्ताओं ने दो टूक एलान कि जब तक गैरसैंण स्थायी राजधानी नहीं बन जाती आंदोलन जारी रहेगा।

क्रमिक अनशन में समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट, जसवंत सिंह, कमला पवार, भुवन पंत व लक्ष्मण सिंह पवार बैठे। जिन्हें समिति के पदाधिकारियों ने नारेबाजी के बीच माल्यार्पण कर बिठाया। समर्थन में आनंद सिंह, सूरज सिंह, मंजू बिष्ट, अदिती पवार, महेशी देवी, नंदन सिंह, जोधा सिंह रावत, पुरषोत्तम असनोड़ा, बीरेंद्र बिष्ट, देवेंद्र सिंह, सुरेंद्र रावत व कल्पना पवार आदि ने समर्थन में धरना दिया। वहीं गैरसैंण सैनिक कालोनी समेत दूर गांवों से पहुंचे लोगों ने मांग के समर्थन में नारेबाजी कर सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया।

किसी भी सूरत में नहीं हटेंगेे पीछे

सभा में वक्ताओं ने कहा कि आमरण अनशन को विराम देने के बाद दूसरे चरण में क्रमिक अनशन व धरना प्रदर्शन की श्रृंखला प्रारंभ कर दी गई है। इसके साथ ही मशाल जुलूस, चक्का जाम व तालाबंदी जैसे कार्यक्रम भी होंगे। आंदोलनकारी अब गैरसैंण को राजधानी बनवाकर ही दम लेंगे तथा किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेंगे। वक्ताओं ने प्रदेश सरकार को भी जमकर कोसा तथा कहा कि गैरसैंण के सवाल पर सरकार की मंशा साफ नहीं है, अपितु जनता को दिग्भ्रमित करने के लिए ग्रीष्मकालीन राजधानी का शगुफा छोड़ रही है।

सभा को राज्य आंदोलनकारी धूमा देवी, सरोज साह, रणजीत सिंह, दान सिंह, पार्वती देवी, नंदी देवी, काशी देवी, कृष्णा देवी व सकुंतला व पुरषोत्तम असनोड़ा आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता नारायण सिंह बिष्ट व संचालन धनी राम धीमन ने किया।

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