द्वाराहाट में विकासखंड की छतगुल्ला ग्राम पंचायत में दो वर्ष बाद वित्तीय घोटाले का जिन्न फिर बाहर आ गया है। पूर्व में जांच दबा दिए जाने के बाद जनदबाव में दोबारा तहकीकत की गई तो भ्रष्टाचार की परत उधड़ती चली गई। पेयजल योजना के लिए मिले पाइप रेलिंग में चिन दिए गए। पुरानी दीवार को नया दिखा बजट ठिकाने लगा दिया गया। यही नहीं स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने शौचालय में तक धांधली कर दी गई। मामला पकड़ में आने के बाद खंड विकास अधिकारी ने बजट पर रोक लगा दी है।
मामला करीब तीन वर्ष पुराना है। ब्लॉक के दूरस्थ छतगुला ग्राम पंचायत में विकास कायरें के लिए मोटा बजट आवंटित हुआ। ग्रामीणों के अनुसार सौर ऊर्जा, शौचालय निर्माण, मनरेगा, पेयजल योजना आदि का निर्माण कराया जाना था। सूत्रों की मानें तो कागजों में सब कुछ ठीक दर्शाया गया। ग्रामीण मुखर हुए। भारी धांधली की जांच की मांग उठी। जनदबाव में वर्ष 2016-17 में जांच बैठी लेकिन ठंडे बस्ते में डाल दी गई।
ग्रामीण ने कहा, कार्रवाई नहीं तो करेंगे आंदोलन
ग्रामीण इतने भर से शांत नहीं हैं। आरोप लगाया कि शासन प्रशासन जाच के नाम पर खानापूरी कर रहा। पूर्व की जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई तो दूर उसे सार्वजनिक तक नहीं किया गया। चेतावनी दी कि यदि इस बार घपले की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक कर दोषियों को दंडित न किया गया तो 20 मार्च से तहसील मुख्यालय में बेमियादी धरना शुरू कर दिया जाएगा। इस मौके पर कैलाश जोशी, शभू दत्त जोशी, दीपक जोशी, हंसा दत्त फुलारा, धर्मानंद जोशी, चंद्रशेखर जोशी, कैलाश चंद्र आदि मौजूद रहे।