अधिकारी ने घर पर बुलाकर महिला से किया दुष्कर्म
शुक्रवार को ओएनजीसी अधिकारी अनिल कुमार ममगाईं पर एक महिला ने कमरे में बंद कर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और पीड़िता का मेडिकल कराया।
पुलिस के मुताबिक, पीड़िता डालनवाला कोतवाली क्षेत्र में स्थित एक अपार्टमेंट में कपड़ा प्रेस करने का काम करती है। अनिल भी उसी अपार्टमेंट में रहते हैं। आरोप है कि शुक्रवार को अनिल घर में अकेले थे। अनिल कुमार ने महिला को अपने कमरे में कपड़े प्रेस करने के लिए बुलाया। वह जब कमरे में पहुंची तो अनिल ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया।
महिला ने विरोध किया तो अनिल ने चुप रहने की धमकी दी और उसके साथ दुष्कर्म किया। डालनवाला पुलिस ने बताया कि तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। मेडिकल रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
महिला की हिम्मत के आगे नहीं टिके बदमाश
रुद्रपुर में लूट की वारदात के मकसद से आए बदमाशों के दुस्साहस को गृहस्वामिनी सुनीता के साहस ने तोड़ दिया। थोड़ी सी आहट होने पर सुनीता ने सिर्फ बेटे को जगाया, बल्कि शोर भी मचा दिया। शोर होने पर बदमाश भाग निकले।
व्यापारी बलदेव डाबर गुरुवार को दिल्ली गए हुए थे। उनकी पत्नी सुनीता डाबर, पुत्रवधू नैंसी व छोटा पुत्र सौरभ घर पर थे। रात में खाना खाने के बाद सभी अपने कमरों में सोने चले गए। सुनीता भी रसोईघर के पास ही बने अपने बैडरूम में सोने चली गई। शुक्रवार तड़के बदमाश रसोईघर की खिड़की का शीशा उखाड़कर घर में घुसने लगे। रसोईघर से आई आहट सुनकर सुनीता की आंख खुल गई।
किसी के घर में होने की आशंका के चलते उन्होंने पुत्र सौरभ को कॉल कर पूछा कि क्या वह नीचे आया है। सौरभ के नहीं कहने पर उसने उसे नीचे बुला लिया। जब सौरभ अपने कमरे से बाहर आया तो मुख्य गेट पर एक बदमाश खड़ा दिखा। इस पर सुनीता और सौरभ ने शोर मचा दिया। मां-बेटे के शोर मचाने पर बदमाश भाग निकले। साथ ही आसपास के लोग भी एकत्र हो गए और पुलिस को सूचना दी। लोगों के मुताबिक मां-बेटे समय रहते शोर नहीं मचाते तो शायद बड़ी घटना हो सकती थी।