पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी की अस्थियां मां गंगा में हुई विधि विधान से विसर्जित | Nation One
पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न व कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रणब मुखर्जी की अस्थियों को लेकर बीते दिन देर शाम उनके परिजन हरिद्वार पहुंचे। जहां हरिद्वार में उनके बड़े बेटे अभिजीत मुखर्जी द्वारा स्थानीय तीर्थ पुरोहित की मौजूदगी में हरकीपौड़ी स्थित पौराणिक ब्रह्मकुंड में अस्थियों को विधि विधान से मंत्रोच्चारण के साथ विसर्जित किया गया। इस दौरान जिला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और भारी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे। मां गंगा में अस्थियों का विसर्जन करने के बाद परिजनों ने मृत आत्मा की शांति के लिए मां गंगा से कामना भी की।
पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ प्रणब मुखर्जी की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने हरिद्वार पहुंचे उनके बड़े बेटे अभिजीत मुखर्जी का कहना है कि पांच साल पूर्व जब माता जी का देहांत हुआ था तो माताजी की अस्थियों को भी हरिद्वार में मां गंगा में प्रवाहित किया गया था। यह हमारे संस्कार भी हैं और हमारे दादा जी का आदेश भी है कि हो सके तो अस्थियों को माँ गंगा में प्रवाहित की जाएं।
वही बंगाली रामानुज संस्कारों के अनुसार अस्थियों को ज्यादा समय तक नहीं रखा जाता है। इसलिए इन अस्थियों को इस समय गंगा में प्रवाहित किया गया। ईश्वर से कामना है कि बाबु जी की आत्मा को शांति प्रदान करें और वह जहां भी हो हमें आशीर्वाद देते रहें। हमारे परिवार से मेरा छोटा भाई और कुछ करीबी लोग हमारे साथ हरिद्वार अस्थियों को विसर्जन करने आए हैं, बाबूजी को गंगा से काफी लगाव था उनकी इच्छा थी कि उनकी अस्थियों को हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर विसर्जित किया जाए।
देर रात को ही पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के परिजनों द्वारा उनकी अस्थियों को तीर्थ पुरोहित की मौजूदगी में मां गंगा में विसर्जित किया गया। वही इस दौरान परिजन बहुत ज्यादा मायूस नजर आए और नम आंखों से उनके द्वारा अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया गया। भारत रत्न डॉक्टर प्रणब मुखर्जी का जाना परिवार और देश के लिए बड़ी क्षति है।
हरिद्वार से वंदना गुप्ता की रिपोर्ट