उत्तराखंड में ड्रैगन को जवाब देने के लिए सेना ने नो मेंस लैंड में बिछाई माइन | Nation One
नई दिल्ली : लद्दाख के अलावा चीन की नजर अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड से सटी हुई सीमाओं पर भी लगी हुई है. इसी के मद्देनजर भारतीय सेना ने ड्रैगन को जवाब देने के लिए माकूल तैयारी कर ली है. बताया जा रहा है कि यहां पर सेना ने लोगों को जंगल में नहीं जाने का आदेश दिया है. साथ ही नो मेन्से लैंड वाले इलाके में माइन लगा दी गई हैं, ताकि कोई भी घुसपैठ न हो सके.
सूत्रों का कहना है कि, भारतीय सेना ने नो मेन्सड लैंड में जो 4 से 5 किलोमीटर तक माइन बिछाई है. ये माइन बारूदी सुरंग की तरह काम करता है, जिस पर 5 से 15 किलो तक वेट पड़ेगी तो दुश्मन के छितरे उड़ जाएंगे. इसका रेडियस 5 मीटर तक होता है.
इधर, उत्तराखंड की पटवारी पुलिस ने फिलहाल गांव के लोगों के बॉर्डर एरिया में जाने से रोक लगाई है. यहां पर लोग अपने पशुओं को चराने के लिए बॉर्डर पर जाते थे लेकिन शक है कि जिस तरह से चीनी सेना ने अरुणाचल प्रदेश में 5 भारतीयों को अगवा किया है, वह ऐसा ही कुछ यहां पर भी कर सकती है, इसलिए कुछ समय के लिए लोगों को बॉर्डर एरिया में जाने से मना किया गया है.
लिपुलेख में भी बढ़ाई सुरक्षा
लिपुलेख सीमा पर सुरक्षा एजेंसियां चौकस हैं. सीमा पर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए सुरक्षाबलों के कमांडिंग ऑफिसर अग्रिम चौकियों की ओर रवाना हुए हैं. मंगलवार को सुरक्षाबलों के अधिकारी सीमा की ओर रवाना हुए. ये अधिकारी नेपाल और चीन दोनों सीमाओं की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे.