पाकिस्तान में मंदिर तोड़ा, मुस्लिम परिवारों ने हिंदुओं को बचाया | Nation One

नई दिल्ली : सिंध प्रांत में कुछ कट्टरपंथियों ने मंदिर को निशाना बनाया और तोड़फोड़ की. वे 300 से ज्यादा हिंदू परिवारों पर हमला करना चाहते थे लेकिन,स्थानीय मुस्लिम परिवारों के मौके पर पहुँच जाने की वजह से भीड़ हमला नहीं कर पाई.

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि इस घटना के बाद करीब 60 हिंदू परिवार दूसरे स्थान पर चले गए.हालांकि, हिंदू परिवारों के प्रति इस तरह की सजगता पाकिस्तान में कम ही देखने को मिलती है क्योंकि आये दिन यहां अल्पसंख्यकों के ऊपर अत्याचार की घटनाएं सामने आती रहती हैं.

घटना रविवार को सिंध प्रांत में शीतल दास कंपाउंड में हुई. इस कंपाउड में 300 हिंदू एवं 30 मुस्लिम परिवार रहते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक हिंदू परिवारों पर हमले के इरादे से कंपाउंड के गेट के बाहर स्थानीय सैकड़ों लोग जमा हो गए. लोगों के जुटने की खबर पाकर कंपाउंड के आस-पास रहने वाले मुस्लिम तुरंत वहां पहुंच गए और भीड़ को कंपाउंड में दाखिल होने से रोका.

‘द ट्रिब्यून एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक एक हिंदू व्यक्ति ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि कंपाउंड के बाहर भीड़ के जुटने की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस भी मौके पर पहुँच गई.एक अन्य हिंदू व्यक्ति ने बताया कि भीड़ कंपाउंड में रहने वाले हिंदू परिवारों पर हमला करना चाह रही थी लेकिन, पुलिस ने उनके प्रयासों को विफल कर दिया.

हालांकि,एक प्रत्यक्षदर्शी ने दावा किया कि भीड़ ने विभाजन से पहले की तीन मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया. पुलिस की ओर से इस बात की पुष्टि की गई है कि स्थानीय मुस्लिम परिवारों ने अल्पसंख्यक हिंदू परिवार पर होने वाले हमले को विफल किया. समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से कहा, घटनास्थल पर यदि मुस्लिम परिवार नहीं पहुचे होते तो हमले को रोक पाना काफी मुश्किल हो जाता.

बताया जाता है कि इस घटना के बाद 60 हिंदू परिवार किसी अन्य स्थाल पर चले गए हैं. पाकिस्तान की आबादी करीब 22 करोड़ है और यहां हिंदुओं की आबादी दो प्रतिशत के करीब है. ज्यादातर हिंदू सिंध प्रांत में रहते हैं. सिंध में मंदिर पर यह तीसरा हमला है.