मांगों को लेकर टिहरी बांध विस्थापित ने किया धरना-प्रदर्शन
टिहरी बांध विस्थापितों ने पुनर्वास, टीएचडीसी में रोजगार देने सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। इस दौरान मांगों को लेकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।
विस्थापितों का कहना है कि देश के विकास में योगदान देने वाले पुरानी टिहरी बांध विस्थापितों से कई वादे किए गए थे, लेकिन बांध निर्माण पूरा होने के बावजूद भी कई वादों पर अमल नहीं हो पाया है। गुरुवार को बौराड़ी स्टेडियम के पास राज्य आंदोलनकारी व कांग्रेस नेता आकाश कृषाली के नेतृत्व में बड़ी संख्या में टिहरी बांध विस्थापित एकत्रित हुए। यहां पुनर्वास, निशुल्क बिजली व पानी और टीएचडीसी में रोजगार सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर लोगों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
वक्ताओं ने कहा कि देश के विकास के लिए पुरानी टिहरी शहर के बाशिंदों ने अपनी पुश्तैनी जमीन कुर्बान कर दी, लेकिन उस दौरान टिहरी बांध विस्थापितों से किये गए कई वादे आज तक भी पूरे नहीं हो पाये हैं। राज्य आंदोलनकारी व कांग्रेस नेता आकाश कृषाली ने कहा कि टिहरी बांध से दिल्ली और यूपी समेत कई राज्यों को बिजली और पानी मिल रहा है। पुरानी टिहरी विस्थापित परिवारों से नई टिहरी शहर में पानी और बिजली का बिल वसूला जा रहा है। जबकि बांध निर्माण के दौरान सरकार ने विस्थापितों को निशुल्क बिजली और पानी देने का वादा किया था।
स्थानीय बेरोजगारों को टीएचडीसी में भी नहीं दिया काम
बांध निर्माण कार्य के दौरान तो टीएचडीसी में स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जा रहा था, लेकिन अब स्थानीय बेरोजगारों को टीएचडीसी में भी काम नहीं दिया जा रहा है। इस दौरान विस्थापितों ने पुनर्वास, निशुल्क पानी व बिजली, टीएचडीसी में रोजगार देने सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर प्रधानमंत्री व गृहमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। इस मौके पर प्रकाश कृषाली, गणेश जोशी, नियाज बेग, रोशन बेग, रविश उनियाल, स्वीटी, सीमा कृषाली, प्राची चैहान, कौशल्या देवी, दुर्गेश देवी, रजिया खान, अनीता देवी, सबाना बनु, सुमिया घई, माया देवी, कमल शर्मा, अंकित रावत, सतीश चमोली, नरेश उनियाल आदि मौजूद थे।