बच्चों को ज्यादा चाय मत पिलाइए
भारत में लगभग सभी घरों में चाय पीने से ही सुबह की शुरुआत होती है। ऐसा माना जाता है कि चाय पीने से पाचन अच्छा रहता है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता दुरुस्त रहती है और कमजोरी दूर होती है। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि चाय पीने के बहुत से फायदे हैं लेकिन एक बच्चे और वयस्क पर चाय के प्रभाव अलग-अलग होते हैं। कई घरों में लोग चाय में दूध की मात्रा ये सोचकर बढ़ा देते हैं कि इसी बहाने से बच्चा दूध पी लेगा, लेकिन ऐसा सोचना गलत है। हम सभी के घरों में चाय पीना बहुत सामान्य बात है। अगर आपका बच्चा बहुत अधिक चाय पीता है तो इसका असर उसके मस्तिष्क, मांसपेशियों और नर्वस सिस्टम पर भी पड़ सकता है। बहुत अधिक चाय पीने का असर शारीरिक विकास पर पड़ता है। उनकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। खासतौर पर पैरों में दर्द की शिकायत हो सकती हैं। व्यवहार में बदलाव आ सकता है।