शाहीन बाग में प्रदर्शन के दौरान 4 माह के बच्चे की मौत के मामले में 10 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई

दिल्ली के शाहीन बाग में लगभग दो माह से CAA और NRC के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है। इस बीच दिल्ली के साथ-साथ देश की राजनीति में भी शाहीन बाग एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। यहां कई महिलाएं अपने छोटे-बड़े बच्चों के साथ रात दिन आंदोलित हैं।

बीती 30 जनवरी को एक महिला के साथ आए 4 माह के बच्चे की मौत हो गई। जिसके बाद से इस प्रदर्शन ने एक अलग मोड़ लिया है। महिला का इसके बाद कहना था कि अब भी वह आंदोलन करना बंद नहीं करेगी लेकिन अपने दूसरे बच्चे को आंदोलन में नहीं लाएगी।  इस घटना के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों को अपने साथ बच्चे ना लाने के मामले में 10 फरवरी को सुनवाई की जाएगी। सोमवार (10 फरवरी) को ही शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों को वहां से हटाने के मामले में भी सुनवाई होनी है।

आपको बता दें कक्षा सात में पढ़ने वाली मुंबई की सदावरते ने सुप्रीम कोर्ट को लिखे एक पत्र में कहा था कि शाहीन बाग में चल रहे आंदोलन में चार माह के जिस बच्चे की मौत हो गई उसके जीवन के अधिकार का उल्लंघन किया गया है, उसकी मां द्वारा उसे रोज प्रदर्शन करने की जगह में लाया जा रहा था, उसका स्वास्थ्य खराब था जिस कारण उसकी मौत हो गई। भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं ना हों इसके लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गाइडलाइन बनाए जाने की सख्त आवश्यकता है।