
एएमयू के जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट्स ने किया परीक्षाओं का बहिष्कार
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अभी तक हालात सामान्य नहीं हो पा रहे हैं। शौक्षिक सत्र वापस शुरू ही नहीं हो पा रहा है। सीएए, एनआरसी व एनपीआर के विरोध में छात्र पिछले डेढ़ महीने से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं अब वीसी व रजिस्ट्रार के रिजाइन भी इन मांगों में शामिल हो गया है। जिस प्रकार से बीते 15 दिसम्बर को कैम्पस के अंदर पुलिस को आने की परमिशन वीसी व रजिस्ट्रार द्वारा दी गई थी उसके बाद से स्टूडेंट्स लगातार इस बात को लेकर वीसी व रजिस्ट्रार के विरोध में खड़े हो गए हैं।
इसी विरोध प्रदर्शन की वजह से पहले भी परिक्षाओं की तिथि को टाला गया था। अब नई आयी तिथि के अनुसार आज से इंजीनियरिंग व यूनानी मेडिसिन की परीक्षाएं होनी थी। लेकिन छात्रों के विरोध के चलते यूनिवर्सिटी की इंजीनियरिंग फेकल्टी के स्टूडेंट्स बॉयकॉट एग्ज़ाम का बोर्ड लगाकर कॉलेज के बाहर ही धरने पर बैठ कर प्रदर्शन कर रहे हैं। कॉलेज के प्रिंसिपल ज़ाहित यूनिवर्सिटी के एग्ज़ाम कंट्रोलर भी मौके पर पहुँचकर छात्रों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। मगर फिलहाल स्टूडेंट्स परीक्षा देने के मूड में कतई नज़र नहीं आ रहे हैं।
विरोध कर रहे एएमयू इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र ने बताया कि बीते 15 दिसम्बर से पहले यूनिवर्सिटी में सब कुछ सही चल रहा था। हम लोग एग्ज़ाम के साथ ही पढ़ाई भी बहुत ही अच्छे से कर रहे थे। लेकिन 15 दिसम्बर को जिस प्रकार वीसी ने स्वयं पुलिस को कैम्पस के अंदर आने की परमिशन दी थी। और उस दिन जिस प्रकार से फोर्स ने हमारे ऊपर स्टंग्रेनेड से लेकर आंसू गैस के गोले छोड़े गए। हमारे एक स्टूडेंट का हाथ चला गया। जिस तरीके से पुलिस फोर्स ने हमारे ऊपर अटैक किया, इस प्रकार से कहीं भी छात्रों के साथ डील नहीं किया जाता है।