स्टील किंग लक्ष्मी मित्तल के भाई ने बेटी की शादी पर किया 485 करोड़ खर्च, हो गए दिवालिया | Nation One
ऩई दिल्ली : बड़े लोगों के बड़े ठाठ-बाट. ऐसे ही ठाठ-बाट से एक भारतीय व्यवसाय़ी ने अपनी बेटी की शादी पर इतना खर्च कर डाला कि आज वह दिवालिया हो गए हैं. आइये आपको बता दें, यह व्यवसायी हैं स्टील किंग लक्ष्मी मित्तल के छोटे भाई प्रमोद मित्तल. उन्होंने अपनी बेटी की शादी में करीब 485 करोड़ रुपये खर्च किये थे. अब वे ब्रिटेन के सबसे बड़े दिवालिया हो गये हैं. उनका कहना है कि उनके ऊपर करीब 254 करोड़ पाउंड का कर्ज है और वे पत्नी के खर्चों पर पल रहे हैं.
64 वर्षीय मित्तल इस साल गर्मियों में ही लंदन की इनसॉल्वेंसी और कंपनीज कोर्ट के द्वारा दिवालिया घोषित किए गए हैं. उनका कहना है कि उनके ऊपर कुल 254 करोड़ पाउंड (करीब 25 हजार करोड़ रुपये) का कर्ज है. इसमें वह 17 करोड़ पाउंड का कर्ज भी शामिल हैं जो उन्होंने अपने 94 साल के पिता से उधार लिया था.
इसी तरह उन्होंने पत्नी संगीता से 11 लाख पाउंड, पुत्र दिव्येश से 24 लाख पाउंड और अपने एक रिश्तेदार अमित लोहिया से 11 लाख पाउंड उधार लिए हैं. उनका कहना है कि अब उनके पास सिर्फ 1.10 लाख पाउंड का एसेट बचा है और उनकी कोई आमदनी नहीं रह गई है.
मित्तल अपने कर्जदारों का बहुत मामूली हिस्सा देने को तैयार हैं. उन्हें उम्मीद है कि वह इस दिवालिया समस्या का समाधान निकाल लेंगे. उन्होंने सबसे ज्यादा ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड की कंपनी डायरेक्ट इनवेस्टमेंट लिमिटेड से उधार लिया है, जिसका उन्हें करीब 100 करोड़ पाउंड चुकाना है.
वर्ष 2013 में प्रमोद मित्तल ने अपनी बेटी सृष्टि की शादी एक इनवेस्टमेंट बैंकर गुलराज बहल के साथ की थी. इसमें उन्होंने अपने भाई लक्ष्मी मित्तल की बेटी वनिशा की शादी से भी ज्यादा 5 करोड़ पाउंड (करीब 485 करोड़ रुपये) खर्च किये थे.मित्तल का कहना है कि, ‘मेरी अब कोई आमदनी नहीं है. मेरी पत्नी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हैं. हमारे बैंक खाते अलग हैं और मुझे उनकी आमदनी के बारे में बहुत सीमित जानकारी है. मेरा हर महीने का करीब 2 हजार से 3 हजार पाउंड का खर्च मुख्यत: मेरी पत्नी और परिवार के लोग चला रहे हैं. मेरे दिवालिया प्रक्रिया का कानूनी खर्च भी कोई और वहन कर रहा है.’
इस तरह हुए बर्बाद
मित्तल उत्तरी बोस्निया में मेटलर्जिकल कोक उत्पाद कंपनी ग्लोबल इस्पात कोकसना इंडस्ट्रिजा लुकावाक के को-ओनर थे और इसके सुपरवाइजरी बोर्ड के प्रमुख थे लेकिन, उन्होंने इस कंपनी के कर्जों के लिए व्यक्तिगत गारंटी दी थी और यहीं से उनके बुरे दिन शुरू हो गये. साल 2013 में कंपनी करीब 16.6 करोड़ डॉलर का कर्ज भुगतान करने में विफल रही.
प्रमोद मित्तल को पिछले साल कंपनी के दो अन्य अधिकारियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था. भारत में भी सार्वजनिक कंपनी स्टेट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन (STC) के साथ करीब 2,200 करोड़ रुपये की कथित जालसाजी में उनके ऊपर मनी लॉड्रिंग का मामला चल रहा है.