डीडीहाट में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि प्रदेश सरकार गर्मियों में संभावित पेयजल संकट को लेकर गंभीर है। अधिकारियों को अभी से पूरी तैयारी कर लेने के निर्देश दे दिए गए हैं। इस मामले में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री के सामने समस्या रखने के लिए पहुंचे अधिकांश लोगों ने पेयजल की समस्या उनके सामने रखी। समस्याएं सुनने के बाद अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि प्रदेश के पर्वतीय जिलों में गर्मियों में पेयजल की समस्या सामने आती है।
पेयजल संकट को दूर करने के लिए नहीं होगी धन की कमी
इस वर्ष शीतकालीन वर्षा कम हुई है, लिहाजा पेयजल की दिक्कत बढ़ सकती है, इसे देखते हुए जल महकमे के अधिकारियों को समस्याग्रस्त क्षेत्रों का पूरा प्लान तैयार करने के निर्देश दे दिए गए हैं। सड़क से जुड़े क्षेत्रों में वाहनों से पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। सड़क से दूर के क्षेत्रों में अन्य माध्यमों से पानी उपलब्ध कराया जाएगा। पेयजल संकट को दूर करने के लिए धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।
अधिकारियों को अभी से पूरी तैयारी कर लेने के निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद भी शिकायतें आती है तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने मंच से ही पिथौरागढ़ जिले के अधिकारियों को तत्पर रहने के निर्देश दिए।