यूपी में मिशन शक्ति अभियान को गति, 1535 थानों में महिला हेल्प डेस्क शुरू | Nation One
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को सूबे के 1535 थानों में महिला हेल्प डेस्क का शुभारंभ किया. उत्तर प्रदेश में महिला और बालिकाओं की सुरक्षा और सम्मान को समर्पित 180 दिन का महत्वपूर्ण अभियान ‘मिशन शक्ति’ की शुरुआत करने के बाद इसे गति प्रदान की जा रही है.
थानों में गठित महिला हेल्प डेस्क के जरिए महिलाओं से संबंधित समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी. तय समय सीमा के भीतर फाइनल रिपोर्ट भी लगेगी. महिला और बालिकाओं की समस्या के निदान व सुरक्षा के संबंध में अलग से महिला कांस्टेबल और कक्ष की व्यवस्था की गई है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उन्होंने हेल्प डेस्क पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों से संवाद भी संवाद किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 1535 थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना से ‘मिशन शक्ति’ अभियान को नई ऊर्जा मिली है. ‘मिशन शक्ति’ अभियान शुरू होने के सात दिनों में समाज में व्यापक परिवर्तन देखने को मिला है. सरकार सभी बेटियों को सुरक्षा और सम्मान प्रदान करेगी. पुलिस के साथ अन्य विभागों ने इन सात दिनों में ‘मिशन शक्ति’ अभियान के लिए क्या-क्या किया है, इसकी समीक्षा की जानी चाहिए, क्योंकि यह मिशन एकांगी नहीं है.
विश्वविद्यालय व कॉलेजों की 10 लाख छात्राओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1535 थानों में महिला हेल्प डेस्क सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ एक प्रशिक्षित महिला कर्मचारी की नियुक्ति सुनिश्चित की जाए. वास्तविक पीड़ित को त्वरित न्याय मिले यह हमारी कोशिश होनी चाहिएय हमें इस अभियान को जनसहभागिता के माध्यम से सफल बनाना होगा, क्योंकि इसके बिना इसकी सफलता नहीं हो सकती है. विश्वविद्यालयों व डिग्री कॉलेजों में पढ़ने वाली करीब 10 लाख छात्राओं को मिशन शक्ति के तहत मार्शल आर्ट की ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जा रही है.
वहीं, शिक्षण संस्थानों द्वारा मनोवैज्ञानिक परामर्श कार्यक्रम भी ऑनलाइन आयोजित किए जा रहे हैं और छात्राओं के आत्मबल को मजबूत बनाने पर पूरा जोर दिया जा रहा है. शिक्षण संस्थानों द्वारा अभिभावकों को शपथ दिलाई जा रही है कि वह पुत्र और पुत्री में भेदभाव नहीं करेंगे. संस्थानों में एनएसएस, एनसीसी व शारीरिक शिक्षा विभाग की मदद से यह कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.
24 घंटे में 13 और आरोपितों को उम्रकैद
मिशन शक्ति के तहत बीते 24 घंटों में अभियोजन विभाग ने महिलाओं व बच्चों के साथ हुए जघन्य अपराध के मामलों में 13 और आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा दिलाने में सफलता हासिल की है. अभियोजन निदेशालय ने अब तक 68 आरोपितों को आजीवन कारावास, 88 आरोपितों को 10 वर्ष व अन्य वृहद कारावास तथा जुर्माने की सजा दिलाई है.
इसी तरह चार आरोपितों को साधारण कारावास की सजा सुनाई गई है जबकि, 53 शोहदों को भी दंडित कराया गया है. 485 आरोपितों की जमानत खारिज कराने के साथ 172 अपराधियों को जिला बदर कराया गया है. इसके अलावा मिशन शक्ति के तहत 1090 पर 20 अक्टूबर को आईं 901 शिकायतों पर कार्रवाई की जा रही है. 17 से 21 अक्टूबर के मध्य 112 पर महिलाओं से जुड़ी 3915 शिकायतों पर कार्रवाई की गई है. इनमें से 3394 शिकायतें घरेलू हिंसा व 521 शिकायतें छेड़खानी की हैं.