26 दिसंबर को पड़ रहा सूर्यग्रहण कई मायने में विशेष है। वर्ष 1962 में जनवरी में इस तरह का सूर्यग्रहण लगा था।
इस ग्रहण में केतु के साथ सूर्य चंद्रमा, बुध, गुरु, शनि के रहने के कारण पंचग्रही योग का निर्माण भी होगा।
इस दिन आत्मन योग, बुद्धादित्य योग, गजकेसरी योग, हंस योग एवं चतुण्यन्सागर योग पड़ेंगे। यही नहीं केतु ग्रह की छाया राहु की छाया के कारण पांच विषयोग भी बनेंगे।
यह योग विषयोग, मतिभ्रम योग, शिखि योग, घोर अमावस योग एवं कलक्षीन योग हैं।
ज्योतिषाचार्य डॉ प्रतीक मिश्रपुरी के अनुसार यह सभी 10 योग शुभ अशुभ दोनों ही प्रकार के प्रभाव दिखाएंगे।
13 जनवरी तक इन ग्रहों का प्रभाव रहेगा और पृथ्वी वासियों को यह सभी ग्रह प्रभावित करेंगे।
यह सूर्यग्रहण आज सुबह 8 बजकर 17 मिनट से 10:57 तक पूरे भारत में दिखाई देगा।
एक बार ऐसी स्थिति आएगी कि सूर्य 96 प्रतिशत तक छिप जाएगा। यदि आकाश साफ हुआ तो दूसरे ग्रह भी दिखाई देंगे।