नई दिल्ली : बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी नीत सरकार की नई आबकारी नीति की कड़ी आलोचना की और कहा कि यह बेहद ही आश्चर्यजनक है कि दिल्ली में स्कूलों और धार्मिक स्थलों के नजदीक शराब की दुकानें खोली गई हैं।
केजरीवाल के इस फैसले से बहनों, बेटियों और महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा को चोट पहुंचेगी।भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई की ओर से शुक्रवार को आयोजित एक डिजिटल रैली को संबोधित करते हुए ईरानी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि जिस नेता ने स्वराज की बात की और अपनी किताब में शराब की दुकानों के खिलाफ धरना देने और उन्हें बंद करने की बात की, वह अब दिल्ली के हर वार्ड में शराब की दुकान खोलने की संभावनाएं तलाश रहे हैं।
केजरीवाल के शराब की दुकान खोलने के फैसले ने साबित कर दिया कि वह लाभ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने आगे केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा एक मंदिर बना रही है और दिल्ली सरकार उसके पास एक शराब की दुकान खोल रही है।
भाजपा मंदिर बना रही है और केजरीवाल सरकार उसके पास शराब की दुकान खोल रही है। तिलक नगर में दो गुरुद्वारों के बीच में आपको शराब की दुकान मिल जाएगी।
उन्होंने कहा कि धर्म की एक मर्यादा होती है जिसे केजरीवाल सरकार ने तोड़ा है… और फिर वह ‘नशा मुक्त’ पंजाब का वादा करते हैं।
उन्होंने कहा कि तिलकनगर में एक गुरुद्वारा के नजदीक और शाहदरा में भी एक गुरुद्वारा के नजदीक शराब की दुकानें खोली गई हैं।
मंडावली इलाके में शराब की दुकान खुलने से अक्सर झगड़े और विवाद होते हैं। उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों ने महिलाओं की सुरक्षा को भी खतरे में डाल दिया है।
उन्होंने कहा कि हम शिक्षा का सामान मुहैया कराते हैं और केजरीवाल हिंसा के हथियार मुहैया कराते हैं, सरकार दिल्ली के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है और महिलाओं की सुरक्षा से यह बेहद शर्मनाक है।
केजरीवाल सरकार अपनी नई आबकारी नीति के जरिए दिल्ली को शराब शहर बनाने पर तुली है, लेकिन भाजपा इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी।
वहीं, स्मृति ईरानी पर पलटवार करते हुए सत्तारूढ़ ‘आप’ ने कहा कि भाजपा और शराब माफिया के बीच एक सांठगांठ थी, जिसके जरिये वह 3,500 करोड़ रुपये कमाती थी।
‘आप’ ने एक बयान में कहा कि नई आबकारी नीति से शराब माफिया की कमर टूट गई है और भाजपा की अवैध कमाई बंद हो गई है।