
प्रधानमंत्री के वाराणसी दौरे को लेकर डर की वजह से सत्याग्रहियों को जेल में रखा गया
गोरखपुर के चौरी चौरा से निकले 10 सत्याग्रहियों को 11 फरवरी को गाजीपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। विपक्षी दल लगातार उनकी रिहाई के लिए दबाव बना रहे थे। कल मामला इतना बढ़ा कि कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बल प्रयोग भी किया। वहीं आज जेल में बंद 10 सत्याग्रहियों को देर शाम निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। रिहाई के बाद सत्याग्रहियों ने गांधी पार्क पहुंचकर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर आशीर्वाद लिया और आगे की यात्रा शुरू करने की बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के वाराणसी दौरे को लेकर डर की वजह से उन्हें जेल में रखा गया था।
सत्याग्रहियों ने कहा कि कल उसी स्थान से हम दोबारा अपनी यात्रा शुरू करेंगे। सद्भावना और प्रेम की बात करने के लिए किसी भी सरकार के परमिशन की जरूरत नहीं। महात्मा गांधी मुल्क की आत्मा में है। हम गांधी का संदेश लेकर गांव देहात जाएंगे और लोगों को बताएंगे कि वर्तमान सरकार कैसे लोगों को बांट रही है और लोग बांट रहे हैं। यदि सरकार से लड़ना है तो अंदर की नफरत को खत्म करना होगा।
साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि जमानत के लिए ढाई लाख रुपए और दो गैजेटेड ऑफीसर के हस्ताक्षर लिए गए। ऐसा धारा 151, 116 और 107 में इससे पहले कभी नहीं हुआ। उन्हें लगता है कि 10 लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए खतरा है। इसी वजह से बीते 6 दिनों से उन्हें जेल में रखा गया था। बतादें कि सत्याग्रहियों में विभिन्न विद्यालयों के छात्र शामिल हैं। रिहाई के बाद सत्याग्रहियों का समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने माला पहनाकर स्वागत किया गया।