सना खान ने की मौलाना मुफ्ती से गुपचुुप शादी, इंस्टाग्राम पर बदल डाला नाम | Nation one

बॉलीवुड एक्ट्रेस सना खान, मौलाना मुफ्ती अनस संग शादी के बंधन में बंध चुकी हैं। हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया पर लाल लहंगे में फोटो पोस्ट कर सभी को शॉक कर दिया। यहां तक कि इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर सना खान ने अपना नाम भी बदल लिया है। वह अब सईद सना खान हो चुकी हैं।  सना खान (Sana Khan)  और अनस सैयद (Anas Syed) ने 20 नवम्बर को शादी की थी।

बता दें कि सना खान का निकाह के बाद का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। सना खान ने व्हाइट कलर का गाउन पहना था। वहीं रिसेप्शन के लिए उन्होंने लाल रंग का लहंगा कैरी किया था। शौहर मुफ्ती अनस ने व्हाइट कुर्ता-पायजामा पहना था।

एक्ट्रेस ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ”अल्लाह के लिए एक दूसरे से प्यार किया, अल्लाह के लिए शादी कर ली, इस दुनिया में अल्लाह हमें साथ रखें और जन्नत में दोबारा मिलाये।”

बताया जा रहा है कि सना के पति अनस एक मौलाना हैं और गुजरात के सूरत के रहने वाले है। उनकी शादी के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। वीडियो में सना खान अपने शौहर अनस खान का हाथ थामे सीढ़ियों सी नीचे आ रही हैं। वहीं एक दूसरे वीडियो में वे केक काटते नजर आ रही हैं। उनके फैंस मुफ्ती अनस खान और सना खान को मुबारकबाद दे रहे हैं। साथ ही लोग इस अचानक हुई शादी से हैरान भी हैं।

फैंस यह जानने की ख्वाहिश रखते हैं कि आखिर मुफ्ती अनस और सना खान आपस में कैसे मिले? तो आपको बता दें कि, सना खान को मुफ्ती अनस खान से बिग बॉस फेम एजाज खान ने मिलवाया था।

मजहब के लिए छोड दिया था बॉलीवुड

पिछले दिनों बॉलीवुड छोड़ने का ऐलान करते हुए सना खान ने एक लंबी चौड़ी पोस्ट लिखी थी। उन्होंने लिखा था कि मैंने अपने मजहब में तलाश किया तो मुझे पता चला कि दुनिया की यह जिंदगी असल में मरने के बाद की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए है और वो इसी सूरत में बेहतर होगी जब बंदा अपने पैदा करने वाले के हुक्म के मुताबिक जिंदगी गुजारे और सिर्फ दौलत व शोहरत को अपना मकसद न बनाए।

बल्कि गुनाह की जिंदगी से बच कर इंसानियत की खिदमत करे और अपने पैदा करने वाले के बताए हुए तरीके पर चले। इसलिए मैं आज यह ऐलान करती हूं कि आज से मैं अपनी शोबिज की जिंदगी छोड़कर इंसानियत की खिदमत और अपने पैदा करने वाले के हुक्म पर चलने का पक्का इरादा करती हूं।

सना ने आगे लिखा था कि तमाम भाइयों और बहनों से दरख्वास्त है कि आप मेरे लिए दुआ करें कि अल्लाह तआला मेरी दुआ कुबूल फरमाए और आइंदा मेरे अज़्म यानी अपने खालिक के हुक्म के मुताबिक और इंसानियत की खिदमत करते हुए जिंदगी गुजारने की तौफीक अता फरमाए और मुझे शोबिज के लिए आइंदा दावत न दी जाए।