गंगा की अविरलता और स्वामी सानंद की मांगों को पूरा करवाने समेत 6 मांगों को लेकर मातृ सदन परिसर में अनशन कर रही बिहार नालंदा की बेटी साध्वी पदमावती को अनशन के 47 वें दिन कल देर रात्रि उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल के साथ उनके कमरे का दरवाजा तोड़कर उठाया गया। उन्हें दून मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है।
साध्वी को पहले स्ट्रेचर से ले जाने का प्रयास किया गया मगर फिर पैदल चलते हुए एम्बुलेंस तक ले जाया गया। इस दौरान साध्वी निरंतर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर अपने आप को मरवाने की कोशिश करने का आरोप लगाती रही और अपने आप को पूरी तरह से स्वस्थ्य बताती रहीं। उनको क्यों उठाया जा रहा है इस बारे में वे लगातार पूछती रहीं, मगर प्रशासन द्वारा उनकी किसी भी बात पर गौर नहीं किया गया और उनको हॉस्पिटल में भर्ती करवाने के लिए जबरन आश्रम से उठाकर ले जाया गया ।
उपजिलाधिकारी कुसुम चौहान का कहना है कि इसमें डॉक्टरों की आज रिपोर्ट आई थी कि साध्वी जी के जीवन को थोड़ा खतरा उत्पन्न हो गया है क्योंकि उनकी मेडिकल कंडीशन थोड़ा खराब हो गयी है। तो उसी के क्रम में इनको हॉस्पिटलाईज किया जा रहा है और इनको सीएमओ द्वारा बताया गया है कि दून मेडिकल कॉलेज में इनको भर्ती करवाया जाएगा।
मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने जिला प्रशासन द्वारा एक साध्वी को देर रात्रि उठाये जाने को लेकर प्रश्न उठाया है और इस मामले को लेकर हाई कोर्ट जाने की बात कही है ।जबकि साध्वी के गुरु भाई और इनसे पूर्व 194 दिन तक अनशन कर चुके ब्रह्मचारी आत्मबोधनांद ने साध्वी पदमावती के उठाये जाने के साथ ही उनके स्थान पर अनशन शुरू करने की घोषणा करते हए अनशन शुरू कर दिया है।