गाजियाबाद : मुरादनगर में रविवार को अंतिम संस्कार के समय अचानक श्मशान घाट की छत गिर जाने से 40 से अधिक लोग इसके नीचे दब गए। पुलिस की टीम मलबे में दबे लोगों को निकालने में जुटी है. अभी तक 25 लोगों के मरने की खबर है। उनके शव बाहर निकाले जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने गाजियाबाद के मुरादनगर में छत गिरने की घटना का संज्ञान लिया और जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने के निर्देश दिए। एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू में लगाई गई है।
दयानंद कॉलोनी निवासी दयाराम की रात को बीमारी के चलते मौत हो गई थी। उनके अंतिम संस्कार में 100 से ज्यादा मोहल्लेवासी व रिश्तेदार शामिल हुए थे। अंतिम संस्कार की अंतिम प्रक्रिया के दौरान श्मशान घाट परिसर में बने भवन के अंदर खड़े होकर आत्म शांति पाठ कर रहे थे।
इसी दौरान एक तरफ की अचानक जमीन धंस गई परिणामस्वरूप, दीवार नीचे बैठ गई और लेंटर गिर गया। हादसे में किसी को भागने तक का मौका नहीं मिला। चीखपुकार के बीच कुछ लोग उसके अंदर ही मलबे में दब गए जबकि, कुछ ने बमुश्किल दौड़कर अपनी जान बचाई।
इधर सूचना पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई। आशंका है कि भराव की जमीन में भवन बारिश में मिट्टी बैठने से यह घटना हुई है। पुलिस और एनडीआरएफ मलबे से दबे लोगों को बाहर निकालने में लगी है। घायलों को अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आपको बता दें निर्माणाधीन श्मशान घाट पर लेंटर पड़ा हुआ था जो करीब दो दिन पहले ही पड़ा था। बारिश के अचानक आ जाने से ये हादसा हुआ। अब तक एमएमजी अस्पताल में 25 लोगों के शव आ चुके हैं।