नीतीश कुमार को रविवार को एनडीए का नेता चुन लिया गया है और इसी के साथ आज नीतीश कुमार सातवीं बार आज बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। वहीं, आरजेडी ने नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह का बॉयकॉट कर दिया है।
आरजेडी ने ट्वीट क कहा, ‘राजद शपथग्रहण का बायकॉट करती है। बदलाव का जनादेश NDA के विरुद्ध है। जनादेश को ‘शासनादेश’ से बदल दिया गया। बिहार के बेरोजगारों, किसानों, संविदाकर्मियों, नियोजित शिक्षकों से पूछे कि उनपर क्या गुजर रही है। एनडीए के फर्जीवाड़े से जनता आक्रोशित है। हम जनप्रतिनिधि है और जनता के साथ खड़े है।’
राजद शपथ ग्रहण का बायकॉट करती है। बदलाव का जनादेश NDA के विरुद्ध है। जनादेश को 'शासनादेश' से बदल दिया गया। बिहार के बेरोजगारों,किसानो,संविदाकर्मियों, नियोजित शिक्षकों से पूछे कि उनपर क्या गुजर रही है।NDA के फर्ज़ीवाड़े से जनता आक्रोशित है। हम जनप्रतिनिधि है और जनता के साथ खड़े है
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 16, 2020
इससे पहले, RJD ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा, “तीसरे दर्जे की पार्टी होने और थकने के कारण मैं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता था, लेकिन BJP के कई वरिष्ठ नेताओं ने मेरे पैर पकड़ लिए, रोने लगे, गिड़गिड़ाने लगे। मैं ठहरा कोमल हृदय का कुर्सीवादी अंतर्यामी भिक्षुक, उन लोगों के आग्रह ने मेरे हृदय को पिघला दिया। मैं उन्हें नाराज कैसे करता?”
तीसरे दर्जे की पार्टी होने और थकने के कारण मैं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता था लेकिन BJP के कई वरिष्ठ नेताओं ने मेरे पैर पकड़ लिए,रोने लगे,गिड़गिड़ाने लगे। मैं ठहरा कोमल हृदय का कुर्सीवादी अंतर्यामी भिक्षुक, उन लोगों के आग्रह ने मेरे हृदय को पिघला दिया। मैं उन्हें नाराज कैसे करता?
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 16, 2020
दरअसल, एनडीए में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को 74 सीटें मिली हैं। नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड (JDU) को 43 सीटें मिली हैं। वहीं, महागठबंधन में राजद को 75 सीटें मिली हैं और वह इस बार सदन में सबसे बड़ी पार्टी है। वहीं, महागठबंधन के दलों में कांग्रेस को 19 और वाम दलों को 16 सीटों पर जीत मिली थी।