Rishikesh AIIMS Scam: उत्तराखंड मे भ्रष्टाचार और अनियमितताएं ऋषिकेश एम्स का पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहे हैं। बता दें कि ताजा घटनाक्रम में सीबीआई द्वारा की गई छापेमारी में 4.41 करोड़ का घोटाला पकड़ा गया है।
इसके तहत अस्पताल में स्वीपिंग मशीन और फर्जी ढंग से मेडिकल स्टोर स्थापित करने के अलग-अलग मामलों में सीबीआई ने एम्स के पांच अधिकारियों समेत 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, इसमें एम्स के तीन प्रोफेसर, एक प्रशासनिक अधिकारी और एक लेखा अधिकारी के नाम शामिल है।
Rishikesh AIIMS में 4.41 करोड़ का घोटाला
जानकारी के मुताबिक एम्स ऋषिकेश में तैनात रहे आरोपी प्रोफेसर ने उत्तराखंड, हरियाणा और दिल्ली में परिजनों के नाम पर प्लॉट और फ्लैट खरीदे।
साथ ही कम बोली लगाने वाली कंपनियों को बाहर करके फर्जी आधार कार्ड पर त्रिवेणी मेडिकल सेवा फार्मेसी को स्टोर संचालन करने का ठेका दे दिया गया। जिससे सरकार को दो करोड़ का नुकसान हुआ है।
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बता दें कि इसके सबूत भी सीबीआई को मिले हैं और घपलों की जांच कर रही है। इसके साथ अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है।
वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार प्रोफेसर की तैनाती वर्ष 2012 में एम्स ऋषिकेश में हुई थी लेकिन इन्हें वर्ष 2017 के बाद अहम जिम्मेदारी मिली।