बार-बार चुनावों से सरकारी खजाने पर बहुत बोझ पड़ता है : सारंगी | Nation One
एक राष्ट्र एक चुनाव के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन का उल्लेख करते हुए अपराजिता सारंगी ने कहा कि बार-बार और अलग-अलग चुनाव होने के अनेक दुष्प्रभाव हैं। उन्होंने कहा कि अलग-अलग चुनाव कराए जाने और आचार-संहिता लागू होने से विकास कार्यों में बाधा होती है और नीतिगत ठहराव की स्थिति पैदा होती रहती है।
सभी चुनाव एक साथ कराने का समर्थन करते हुए प्रवक्ता ने कहा कि इससे काले धन पर अंकुश लगेगा तथा चुनाव ड्यूटी पर तैनात किए जाने वाले सुरक्षाबलों और शिक्षकों पर बोझ कम होगा। उन्होंने कहा कि राज्य विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए एक ही मतदाता सूची होनी चाहिए।