उत्तराखंड में ठंड को लेकर रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट, जानें मौसम विभाग की चेतावनी का पूरा मतलब | Nation One
देहरादून: उत्तराखंड में इन दिनों कड़ाके ठंड पड़ रही है। मौमस विभाग ने ठंड के लिहाज से प्रदेश के दो जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार हरिद्वार और उधमसिंह नगर जिले में शीतलहर (Cold Wave Grips North India) रहने की संभावना है। इसलिए इन दिनों जिलों के लिए येलो अलर्ट (Meteorological Department issues yellow alert) जारी किया है। राज्य में कहीं-कहीं पाला पड़ने की संभावना है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत शीतलहर (Cold Wave) की चपेट में है और कई शहरों में न्यूनतम तापमान (Temperature) लगातार कम होता जा रहा है। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) लगातार चेतावनी जारी कर रहा है और भीषण ठंड का असर बरकरार रहने की संभावना जताई है। बढ़ते ठंड को लेकर मौसम विभाग कई बार रेड, ऑरेंज, येलो और ग्रीन अलर्ट जारी करता है, लेकिन क्या आपको पता है कि ये अलर्ट क्या हैं और इनका मतलब क्या होता है?
क्या है ग्रीन अलर्ट का मतलब?
मौसम को लेकर ग्रीन अलर्ट (Green Alert) का मतलब होता है कि मौसम ठीक है और इसकी वजह से कोई भयानक स्थिति पैदा नहीं हो रही। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ओर से इसको लेकर कोई खास अलर्ट जारी नहीं किया जाता है, बल्कि जानकारी दी जाती है कि मौसम ठीक है।
मौसम विभाग का येलो अलर्ट
ठंड में मौसम विभाग का येलो अलर्ट (IMD Yellow Alert in Winter) दर्शाता है कि मौसम अधिक खराब हो सकता है, इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए। येलो अलर्ट में लोगों को बताया जाता है कि सावधान करने की जरूरत है, क्योंकि कोई भी दिक्कत आ सकती है।
ऑरेंज अलर्ट का क्या है मतलब?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ओर से ठंड को लेकर जारी ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) का मतलब है कि गंभीर शीतलहर (Cold Wave) की स्थिति है और इससे निपटने के लिए अधिकारियों को तैयार रहने को कहा जाता है। इसके साथ ही लोगों को कही भी जाने से पहले पूरे कपड़े पहनने और सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
IMD के रेड अलर्ट का क्या है मतलब?
ठंड को लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग के रेड अलर्ट (IMD Red Alert for Winter) मतलब गंभीर एक चेतावनी है और यह गंभीर शीतलहर (Cold Wave) की स्थिति 2 दिन या इससे ज्यादा रहने की स्थिति में जारी की जाती है। इसके साथ ही स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन से जरूरी कदम उठाने को लेकर निर्देश दिए जाते हैं।