नैनीताल: उत्तराखंड के पहाड़ों पर बारिश के बाद रास्ते बेहद खतरनाक हो जाते हैं। लेकिन फिर भी कुछ वाहन चालक इन रास्तों पर जान जोखिम में डालकर सफर करते हैं। रामनगर में एक बस ड्राइवर ने 25 से 30 मुसाफिरों की जान संकट में डाल दी। वो तो गनीमत रही की किसी को कोई नुकसान नहीं पंहुचा।
रोडवेज प्रशासन ने चालक से मांगा स्पष्टीकरण…
बीती शनिवार को धनगढ़ी नाला एक बार फिर से उफान पर आ गया। बावजूद इसके रोडवेज बस के एक चालक ने 25 से 30 यात्रियों की जान खतरे में डाल दी और उफनते नाले में बस उतार दी। इससे बस में बैठे 25 से 30 यात्रियों की सांसें अटक गई। बस के नाले से बाहर आने पर ही यात्रियों ने राहत की सांस ली। चालक की इस हरकत का वीडियो वायरल होते ही रोडवेज प्रशासन ने चालक से स्पष्टीकरण तलब किया है।
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स को उफनाते नाले में उतारा…
रामनगर से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर धनगढ़ी नाला बहता है, जो बरसात के दिनों में कभी भी उफान पर आ जाता है। 18 अगस्त को यहां एक कार के बहने से दंपति समेत दिल्ली के तीन पर्यटकों की मौत हो गई थी। शनिवार को बारिश के चलते यह नाला फिर उफान पर था। बावजूद इसके रामनगर डिपो की बस (यूके-07पीए-3223) के चालक ने बस को उफनाते नाले में उतार दिया।
रोडवेज प्रशासन हरकत में आया…
बस के नाले में जाते ही यात्रियों की सांसें अटक गईं। यह नजारा देख रहे लोग भी सकते में आ गए। जब बस नाले के पार हुई तब जाकर सभी ने राहत की सांस ली। इस घटना का किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसके बाद रोडवेज प्रशासन हरकत में आया। स्टेशन इंचार्ज नवीन आर्या ने बताया कि लापरवाही बरतने को लेकर चालक रमेश चंद्र आर्या और परिचालक सुनील ढौडियाल को तलब किया है।