उत्तरकाशी:उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। लगातार हो रही भारी बारिश से कही जल भराव है तो कहीं नदी नाले उफान पर आ गए है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भारी बारिश से चट्टान गिर कर सड़क पर आ गई है जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क मार्ग बंद पड़े हुए है।
भूस्खलन के होने से धराली से लौट रहे…
वही भारी बारिश का असर उत्तरकाशी में भी देखने को मिल रहा है। बता दे कि उत्तरकाशी से 55 किलोमीटर दूर डबराणी के निकट गंगोत्री हाईवे पर जबरदस्त भूस्खलन होने से मार्ग बंद हो गया है। जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भूस्खलन के होने से धराली से लौट रहे जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान समेत करीब 700 कांवड़ यात्री फंस गए। सीमा सड़क संगठन के जवान मलबा हटाने में जुटे हैं। ऐसे में यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
संचार सुविधा न होने के कारण प्रशासन को घटना…
इससे पहले बुधवार रात उत्तरकाशी से 80 किलोमीटर दूर धराली कस्बे में खीर गंगा ने कहर बरपाया। धराली में 20 से ज्यादा होटल, दुकानों और घरों में मलबा घुसा गया। सड़क किनारे खड़े वाहन भी मलबे में दब गए। संचार सुविधा न होने के कारण प्रशासन को घटना का पता सुबह चला। सुबह आठ बजे टीम मौके पर पहुंची और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाल उत्तरकाशी पहुंचाया। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि एसडीएम देवेंद्र सिंह नेगी को धराली में ही कैंप करने को कहा गया है।
सुहग तक दुपहिया वाहनों के लिए बीआरओ...
जिलाधिकारी व अन्य अधिकारी भूस्खलन जोन डबराणी से वापस 15 किलोमीटर दूर सुक्की गांव चले गए हैं। जबकि कुछ कांवडियें सुक्की लौट गए हैं तथा कुछ अपने वाहनों में ही रुके हैं। सुहग तक दुपहिया वाहनों के लिए बीआरओ ने रास्ता तैयार किया। इसके बाद करीब बाइक सवार चार सौ कांवडियें निकल सके हैं। वहीं, मौके पर अभी भी 60 से अधिक बड़े वाहन और 300 से अधिक कांवडियें व यात्री फंसे हुए हैं।