
राहुल गांधी का पीएम मोदी पर हमला, कहा देश को बर्बाद कर रहे हैं मोदी | Nation One
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पीएम नरेंद्र मोदी पर अपने हमले लगातार जारी रखे हुए हैं। कल राफेल पर तीन सवाल पूछने के बाद आज पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि वह देश को बर्बाद कर रहे हैं।
कांगेस नेता राहुल गांधी ने चार प्वाइंट ट्वीट कर पीएम मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘मोदी देश को बर्बाद कर रहे हैं। 1- नोटबंदी, 2- जीएसटी, 3-कोरोना महामारी में दुर्व्यवस्था, 4- अर्थव्यवस्था और रोजगार का सत्यानाश।’ उनके (मोदी) पूँजीवादी मीडिया ने एक मायाजाल रचा है। ये भ्रम जल्द ही टूटेगा।
मोदी देश को बर्बाद कर रहे हैं।
1. नोटबंदी
2. GST
3. कोरोना महामारी में दुर्व्यवस्था
4. अर्थव्यवस्था और रोज़गार का सत्यानाशउनके पूँजीवादी मीडिया ने एक मायाजाल रचा है। ये भ्रम जल्द ही टूटेगा।https://t.co/8JWoOY1jGK
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 30, 2020
इससे पहले राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर राफेल की कीमत, संख्या और कॉन्ट्रैक्ट को लेकर तीन सवाल पूछे थे। उन्होंने पूछा था कि प्रत्येक विमान की कीमत 526 करोड़ की बजाए 1670 करोड़ क्यों दी गई? 126 की बजाए सिर्फ 36 विमान ही क्यों खरीदे? एचएएल की बजाए दिवालिया अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ का कांट्रैक्ट क्यों दिया गया?
इतना ही नहीं राहुल ने पीएफ को लेकर भी मोदी सरकार को निशाने पर लिया था। राहुल ने पिछले कुछ महीनों में लाखों लोगों के अपनी भविष्य निधि (PF) से पैसे निकालने से जुड़ी खबर का हवाला देते हुए आरोप लगाया था कि कोरोना वायरस महामारी को रोकने में विफल रहने वाली सरकार अब भी लोगों को ‘शानदार झूठे सपने’ दिखा रही है।
उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘नौकरी छीन ली, जमा पूंजी हड़प ली, बीमारी भी फैलने से नहीं रोक पाए। मगर वो शानदार झूठे सपने दिखाते हैं।’’
राहुल गांधी ने जो खबर शेयर की उसके मुताबिक, अप्रैल से जुलाई तक 80 लाख लोगों ने भविष्य निधि से 30 हजार करोड़ रूपये निकाले हैं। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) करीब 10 लाख करोड़ के कोष का प्रबंधन करता है और इससे संबद्ध लोगों की संख्या करीब 6 करोड़ है।