हाथरस गैंगरेप के बाद जहाँ कांग्रेस में आक्रोश है। वहीं प्रियंका गांधी ने हाथरस के डीएम के खिलाफ ट्वीट करते हुए कहा कि हाथरस के पीड़ित परिवार के अनुसार, सबसे बुरा बर्ताव डीएम का था। उन्हें कौन बचा रहा है? उन्हें अविलंब बर्खास्त कर पूरे मामले में उनके रोल की जांच हो। परिवार न्यायिक जांच मांग रहा है, तब क्यों सीबीआई जांच का हल्ला करके एसआईटी की जांच जारी है। यूपी सरकार यदि जरा भी नींद से जागी है तो उसे परिवार की बात सुननी चाहिए।
हाथरस के पीड़ित परिवार के अनुसार सबसे बुरा बर्ताव डीएम का था। उन्हें कौन बचा रहा है? उन्हें अविलंब बर्खास्त कर पूरे मामले में उनके रोल की जाँच हो।
परिवार न्यायिक जांच माँग रहा है तब क्यों सीबीआई जांच का हल्ला करके SIT की जांच जारी है। 1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 4, 2020
वहीं कांग्रेस कमेटी ने हाथरस कांड की सीबीआई जांच की सिफारिश को देश और प्रदेश की जनता को गुमराह करने वाला कदम बताया है। पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में इस घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
दूसरी तरफ कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रेसवार्ता में कहा कि हाथरस की दलित बेटी के साथ हुई दुखद घटना और बेटी को न्याय दिलाने में मीडिया की भूमिका प्रशंसनीय है।
जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पीड़ित परिजनों से मुलाकात करने गए तो उन्होंने अपनी पांच मांगें रखीं। इन मांगों में घटना की न्यायिक जांच भी शामिल है।