आषाढ़ पूर्णिमा के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में धम्म चक्र दिवस समारोह के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि विश्व इस समय असाधारण चुनौतियों से जूझ रहा है और इनके अंतिम समाधान केवल भगवान बुद्ध के आदर्शों से ही प्राप्त हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी शिक्षाएं अतीत के साथ-साथ वर्तमान में प्रासंगिक हैं और भविष्य में भी प्रासंगिक रहेंगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि होनहार युवा वैश्विक समस्याओं के समाधान तलाश रहे हैं।
उन्होंने युवाओं से भगवान बुद्ध की शिक्षाओं से जुड़े रहने का आह्ववान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध के आठ उपदेश विभिन्न समाजों और राष्ट्रों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं।