मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष नागरिक सुरक्षा विभाग का प्रस्तुतीकरण

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष लोक भवन में नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा प्रस्तुतीकरण किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आपदा की स्थिति उतपन्न होने पर नागरिक सुरक्षा से सम्बन्धित गतिविधियों की तत्काल आवश्यकता होती है। ऐसे में नागरिक सुरक्षा को आवश्यक महत्व दिया जाना चाहिए। नागरिक सुरक्षा से जुड़े लोगों को आपदा की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, ताकि उनकी सेवाएं प्रभावी बन सकें।

प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री को प्रमुख सचीव नागरिक सुरक्षा ने अवगत कराया कि वर्तमान में प्रदेश में नागरिक सुरक्षा से सम्बन्धित 17 इकाइयां 15 जनपदों में कार्यरत हैं। उन्होंने नागरिक सुरक्षा के महत्व को देखते हुए 09 जनपदों में इससे सम्बन्धित इकाइयां स्थापित करने का अनुरोध किया, जिस पर मुख्यमंत्री ने सहमति जतायी। मुख्यमंत्री ने इन जनपदों में ए.डी.एम स्तर के नेतृत्व में यह इकाइयां स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने राज्य में नागरिक सुरक्षा का क्षेत्रीय केन्द्र स्थापित करने के लिए केन्द्र सरकार से प्रस्ताव भेजने के भी निर्देश दिए।

प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री को नागरिक सुरक्षा विभाग की पृष्ठभूमि, संगठनात्मक ढांचे, कार्य, केन्द्रीय नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान, नागरिक सुरक्षा का नए जनपदों में विस्तार, बजट विवरण, विभाग में रिक्त पदों के विवरण तथा आवश्यकताओं के विषय में विस्तार से अवगत कराया गया।

इस अवसर पर नागरिक सुरक्षा मंत्री चेतन चौहान, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव कुमार मित्तल, प्रमुख सचिव नागरित सुरक्षा एवं राजनैतिक पेंशन राजन शुक्ला, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस.पी. गोयल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।