
Politics : राहुल गांधी की खड़गे को लेकर फिसली जुबान, कांग्रेस को संभालनी पड़ी कमान | Nation One
Politics : राहुल गांधी को मल्लिकार्जुन खड़गे को चुनाव के परिणाम घोषित होने से पहले अध्यक्ष बताना काफी भारी पड़ गया है, जिसके बाद अब पार्टी को पूरे मामले में सफाई देनी पड़ रही है।
राहुल के बयान पर पार्टी का कहना है कि शुरुआत से ही खड़गे की जितने की संभावना ज्यादा थी। मल्लिकार्जुन खड़गे 24 साल बाद ऐसे पहले शख्स हैं जो गांधी परिवार से बाहर के सियासी व्यक्ति हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत पूर्व से ही तय मानी जा रही थी। लेकिन प्रतिद्वदीं प्रत्याशी शशि थरूर पार्टी में इलेक्शन कराने के लिए आमद थे। शशि थरूर को करीब1072 मत मिले हैं, जो कांग्रेस इतिहास की सबसे बुरी हार हैं।
Politics : कांग्रेस ने दी सफाई
एक रिपोर्ट के अनुसार अब इस पूरे मामले में कांग्रेस वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सफाई दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा – ‘कुछ गलत मीडिया रिपोर्ट्स थीं कि राहुल गांधी ने अदोनी में दोपहर करीब 1 बजे अदोनी में शुरू हुई प्रेस मीट में खड़गे जी को कांग्रेस अध्यक्ष बता दिया था।
बात यह है कि प्रेस मीट की शुरुआत से पहले ही मतदान की दिशा साफ थी।’ राहुल ने कोई गलत बयान नहीं दिया था। उन्होंने बस वही कहा था, जो परिणाम सामने आ रहे थे।
Politics : खड़गे ने ऐतहासिक जीत की हासिल
बता दें, जब कल वोटों की गिनती हो रही थी। उस दौरान राहुल गांधी आंध्र प्रदेश में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
जिसमें जब उनसे चुनाव में उनकी भूमिका के बारे में सवाल किया गया तो राहुल ने कहा, ‘मेरी भूमिका चुनाव में क्या होगी ये अध्यक्ष तय करेंगे।
मैं कांग्रेस अध्यक्ष पद और चुनाव में मेरी भूमिका पर टिप्पणी नहीं कर सकता हूं, इसपर खड़गे बोलेंगे। आप उनसे जाकर ये सवाल पूछियेगा।
‘हम आपको बता दें, खड़गे की चुनाव जितने की संभावना हमेशा से ज्यादा थी। खड़गे की जीत ऐतहासिक जीत बताई जा रही है।
थरूर ने भी उन्हें चुनाव में टक्कर देने की काफी कोशिश की थी, लेकिन वो कामयाब नहीं हो पाए। खड़गे जल्द अपना पदभार संभालने वाले है।