नवाज के दामाद की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में राजनीतिक भूचाल | Nation One
इस्लामाबादः पाकिस्तान की राजनीति में एकाएक भूचाल आ गया, ये हालात पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद कैप्टन सफदर की गिरफ्तारी के बाद से बने हैं. सेना को भी इमरान खान सरकार का बचाव करना भारी पड़ने लगा है. हालात इतने खराब हो गए कि सिंध प्रांत की पुलिस ने एक तरह से पाकिस्तानी सेना के बढ़ते हस्ताक्षेप के खिलाफ ‘विद्रोह’ कर दिया. पुलिस के 70 से ज्यादा अधिकारी छुट्टी पर चले गए हैं. विपक्ष और मीडिया के चौतरफा दबाव के बाद पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा को आनन-फानन में जांच के आदेश देने पड़े हैं.
पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची में 11 विपक्षी दलों के महागठबंधन ‘पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट’ का 18 अक्टूबर को विशाल जलसा हुआ. नवाज शऱीफ की बेटी मरियम नवाज ने रैली में प्रधानमंत्री इमरान खान को ‘कायर और कठपुतली’ करार दिया था. इससे पहले गुजरांवाला में हुई जनसभा में नवाज शरीफ ने भी सेना और इमरान खान पर जमकर हमला बोला था.
मरियम नवाज ने इमरान खान पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि इमरान खान अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए पाकिस्तानी सेना के पीछे छिप रहे हैं. इससे पाकिस्तानी सेना की छवि पर बट्टा लग रहा है. उन्होंने इमरान खान के बारे में कहा, ‘जब आपसे जवाब मांगा जाता है तो आप सेना के पीछे छिप जाते हो. आप कायर हो, आपने सेना का नाम बदनाम कर दिया. मरियम ने प्रधानमंत्री इमरान खान को चुनौती दी थी कि उन्हें गिरफ्तार कराके दिखाएं और वह जेल जाने से नहीं डरतीं.
कराची के जलसे को संबोधित करने के बाद मरियम नवाज अपने पति के साथ होटल पहुंचीं.इस बीच रात को ही कराची पुलिस ने मरियम नवाज के पति कैप्टन (सेवानिवृत्त) मुहम्मद सफदर को गिरफ्तार कर लिया. मरियम ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने कराची में होटल के उस कमरे का दरवाजा तोड़ दिया जिसमें वह ठहरी हुई थीं और कैप्टन सफदर को गिरफ्तार कर लिया. उन पर पुलिस ने कथित रूप से कायद-ए-आजम की कब्र की पवित्रता की अवहेलना करने का आरोप लगाया. हालांकि विपक्ष के चौतरफा दबाव और ठोस सबूत नहीं होने की वजह से पुलिस को उन्हेंर कुछ घंटे में रिहा भी करना पड़ा.
70 से ज्यादा पुलिस अधिकारी छुट्टी पर, जनरल बाजवा की देशभर में थू-थू
इधर, कैप्टुन सफदर की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में राजनीतिक भूचाल आ गया. विपक्ष और मीडिया ने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों ने 18 अक्टूनबर की रात को सिंध के आईजीपी मुश्ता्क महार का अपहरण कर लिया और उनसे जबरन सफदर के खिलाफ एफआईआर पर हस्तारक्षर कराया.
विपक्ष के आरोपों को उस समय दम मिला जब सिंध पुलिस के आईजीपी मुश्ताक महार अपने अपहरण से दुखी होकर छुट्टी पर चले गए. आईजीपी मुश्तााक के छुट्टी पर जाने के बाद सिंध के 70 से ज्यारदा शीर्ष पुलिस अधिकारी छुट्टी पर चले गए. इससे पुलिस के आला अधिकारियों का आक्रोश बढ़ गया और उन्होंने पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा पर हल्ला बोल दिया.
पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने बयान जारी कर कहा है कि कराची कॉप्स कमांडर को परिस्थितियों का तुरंत पता लगाने और जल्द से जल्द वापस रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है.सेना के इस कदम के बाद आईजीपी मुश्ताेक ने अपनी छुट्टी को रद्द कर दिया है. उधर, इस पूरे मामले को लेकर जनरल बाजवा की देशभर में थू-थू हो रही है. विपक्ष सेना से राजनीति से दूर रहने के लिए कह रहा है.
नवाज शरीफ का ट्वीट, आपके लिए राज्य से ऊपर राज्य (गद्दी) है
नवाज शरीफ ने ट्वीट करके कहा कि कराची की घटना से इस विचार को बल मिलता है कि राज्यि (पाकिस्ता न) से ऊपर राज्य (गद्दी) है. आपने प्रांतीय सरकार को मिले जनमत का मजाक उड़ाया, परिवार की निजता को तार-तार कर दिया, अपने आदेश को मनवाने के लिए सीनियर पुलिस अधिकारी का अपहरण कर लिया. हमारी सेना की छवि खराब कर दी. आईजीपी का पत्र इस बात की तस्दीसक करता है कि आपने संविधान को ताक पर रख दिया.
बिलावल भुट्टो ने भी सफदर की गिरफ्तारी को साजिशन बताया
इसी बीच विपक्षी नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और आईएसआई चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद से बात कर आरोप लगाया था कि जिस कराची से नवाज के दामाद को गिफ्तार किया गया वह सिंध प्रांत में आता है और इस प्रांत में हमारी पार्टी की सरकार है.
उन्होंने आरोप लगाया कि गिरफ्तारी से पहले जांच एजेंसियों ने इसकी जानकारी राज्य सरकार को नहीं दी थी, इसलिए यह एक साजिशन गिरफ्तारी का मामला है.बिलावल ने इल मामवे में सेना प्रमुख बाजवा और जनरल फैज हामिद से जांच की मांग की. विपक्ष और मीडिया के दबाव के बाद पाकिस्ताबनी सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए.