डोईवाला में लाखों रुपये के घोटाले में पुलिस को बुधवार को बड़ी कामयाबी मिली। घोटाले से जुड़े सेंटर के तोल इंचार्ज को बुधवार को डोईवाला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया गया। आरोपी से गहन पूछताछ के लिए पुलिस जल्द उसे कस्टडी रिमांड पर लेगी।
बुधवार को एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने डोईवाला मिल में किसानों के साथ हुए घोटाले में फरार आरोपी हरवीर सिंह निवासी मोहसनपुर पोस्ट नारायणपुर जिला अलीगढ़ (यूपी) की गिरफ्तारी की जानकारी दी। बताया कि बीते वर्ष 28 मार्च को डाईवाला मिल के प्रबंधक बृजभूषण ने हरवीर सिंह समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में दो आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि ढाई हजार रुपये का इनामी हरवीर फरार चला रहा था।
वहीं एक अन्य आरोपी की मौत हो चुकी है। फरार हरवीर को बुधवार को पुलिस ने नेपाली फार्म मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम में एसआई सुरेश चंद्र बलूनी, हेड कांस्टेबल राजकुमार, रविंद्र टम्टा, प्रमोद कुमार एसओजी सिपाही मोनिका आदि शामिल रहे।
हरवीर ने ऐसे की गड़बड़ी
एसएसपी ने बताया कि हरवीर ने गन्ना क्रय केंद्र धनौरी, जस्सोवाला और टांटवाला में किसानों के साथ धोखाधड़ी की। उसने किसानों को गन्ना तोलने के बाद उन्हें फर्जी तोल पर्ची थमा दी। जबकि उनका गन्ना ऐसे लोगों के नाम पर चढ़ा दिया जो उनसे मिले हुए थे। फिर ऐसे किसानों के खाते में आए भुगताने को खुद ले लिया। पुलिस जांच में मिल के रिकॉर्ड रूम से 15 तौल बुकें गायब मिलीं।
पुलिस जांच में सामने आया कि घोटाले के दौरान लंबे समय से तक गन्ना इंस्पेक्टर, गन्ना तोल लिपिक की बदली नहीं की गई। ऐसे में मिल के कई अधिकारी भी सवालों के घेरे में हैं। पुलिस सूत्रों की माने तो के जल्द दो और आरोपियों का नाम एसआईटी केस में खोलेगी।