नई दिल्ली
शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन की मीटिंग 12-13 जून को कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में होने जा रही है। इस मीटिंग में तमाम सदस्य देशों के साथ-साथ पर्यवेक्षक देश भी शामिल हो रहे हैं और संभावना जताई जा रही है कि बैठक में भारत और पाकिस्तान को शामिल किया जा सकता है। फिलहाल इसमें चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजकिस्तान और उजबेकिस्तान पूर्ण सदस्य के तौर पर शामिल हैं। जबकि अफगानिस्तान, बेलारूस, भारत, ईरान, मंगोलिया और पाकिस्तान को पर्यवेक्षक का दर्जा हासिल है।
भारत की ओर से इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी तथा पाकिस्तान की ओर से नवाज शरीफ हिस्सा लेंगे। मिल रही खबरों के मुताबिक भारत ने साफ कर दिया है कि अस्ताना में प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात नहीं करेंगे। भारत का कहना है कि जब तक पाकिस्तान हिंदुस्तान के खिलाफ साजिश और नापाक हरकतें बंद नहीं करता, भारत किसी भी सूरत में पाकिस्तान के साथ अपने रिश्ते को सामान्य नहीं कर सकता है। भारत का साफ कहना है कि आतंकवाद और बातचीत दोनों साथ-साथ नहीं चल सकते। हालांकि पाकिस्तान चाहता है कि मीटिंग में किसी भी तरह नवाज शरीफ की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात हो जाए। लेकिन भारत अपने पहले के रूख पर अडिग है।