पॉलीथिन में सब्जी ले जाना व्यक्ति को पड़ा मंहगा
पॉलीथिन के खिलाफ जिलाधिकारी हरिद्वार दीपक रावत ने रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ शहर में सघन अभियान चलाया। अभियान के दौरान जिलाधिकारी ने पॉलीथिन में सब्जी ले जा रहे एक व्यक्ति पर 4400 रुपये का जुर्माना ठोका है। पॉलीथिन में सामान ले जाने पर इतना बड़ा जुर्माना शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके अलावा पॉलीथिन में सामान बेचने वाले नौ दुकानदारों पर भी जुर्माना लगाया गया है। जबकि गंदगी फैलाने पर एक दुकान और गोदाम पर भी सात हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जिलाधिकारी की इस कार्रवाई से दुकानदारों और रेहड़ी वालों में हड़कंप की स्थिति रही।
प्रतिबंध के बावजूद हो रहा पॉलीथिन का इस्तेमाल
जिला प्रशासन की ओर से पॉलीथिन में सामान बेचने और खरीदने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया है, लेकिन इसके बाद भी पॉलीथिन का इस्तेमाल धड़ल्ले से हो रहा है। रविवार को जिलाधिकारी हरिद्वार दीपक रावत रुड़की नगर निगम पहुंचे। यहां से वह पैदल ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नरेंद्र सिंह भंडारी, मुख्य नगर आयुक्त अशोक कुमार पांडेय, सहायक नगर आयुक्त चंद्रकांत भट्ट समेत तमाम प्रशासनिक और निगम अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मलकपुर चुंगी की ओर से चले।
उन्होंने रास्ते में पड़ने वाली दुकानों और फल आदि की रेहड़ियों पर पॉलीथिन चेक की। जहां भी पॉलीथिन मिली, डीएम ने उसे जब्त कर जुर्माना ठोक दिया। इस दौरान जिलाधिकारी को एक युवक बाइक पर जाता नजर आया। युवक ने बाइक के हैंडल पर खीरे से भरी हुई एक पॉलीथिन लटकाई थी। युवक के साथ उनकी पत्नी भी मौजूद थी।
पॉलीथिन में खीरे देखकर जिलाधिकारी ने युवक को रोक लिया और पॉलीथिन में सब्जी कहां से लाए पूछा। युवक इसका कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। इस पर जिलाधिकारी ने उस पर जुर्माना लगाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी के साथ चल रहे एक पुलिसकर्मी ने युवक की जेब से पर्स निकालवाया। पर्स में करीब 4400 रुपये थे। उन सभी रुपयों का जुर्माना युवक पर लगा दिया गया। युवक के बार-बार रुपये वापस कराए जाने के लिए कहने पर जिलाधिकारी ने अपनी ओर से युवक 100 रुपये दिए। लेकिन युवक ने 100 रुपये नहीं लिये। पॉलीथिन में सब्जी ले जाने पर इतना अधिक रुपयों का जुर्माना लगाने पर लोगों ने एतराज जताया।