Pithoragarh: बहन के सपनों के लिए भाई बने सहारा, दिव्यांग बहन को डोली में बैठाकर ले गए परीक्षा केंद्र | Nation One
Pithoragarh: जैसे की हम जानते है कि पहाड़ों में बहन को डोली मे बिठाकर विदा किया जाता है। लेकिन आज एक नया नजारा सामने आया है जब भाई दिव्यांग बहन को डोली मे बिठाकर परीक्षा केंद्र ले जाते दिखे।
बता दें कि संजना चलने फिरने में असमर्थ है। भाई बहन संजना को डोली पर बिठाकर 14 किमी दूर परीक्षा केंद्र में ले जाते हैं।
देखा जाए तो यह दिव्यांग बहन के सपनो को पंख लगाने के लिए भाईयों के इस कदम की क्षेत्र में काफी सराहना हो रही है। जिसके बाद जिलाधिकारी ने संजना के सपनों को साकार करने के लिए सभी सरकारी योजनाओं का लाभ देने की बात कही है।
जानकारी के अनुसार संजना पिथौरागढ़ जिले के चमाली गांव की निवासी है। संजना के पिता गोविंद राजन की 6 साल पहले मृत्यु हो गई थी।
जिसके बाद उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ गई, वहीं संजना की मां प्राथमिक विद्यालय डुंगरी में भोजन माता है। वहीं संजना के भाई पारस तथा बहन सानिया 12वीं व संजना 10वीं की परीक्षा दे रही है।
बता दें कि परीक्षा केंद्र गांव से 14 किमी दूर राजकीय इंटर कालेज शैलकुमारी में बनाया गया है। जिसकी वजह से भाई-बहनों ने लौधियागैर में किराए पर कमरा लिया है, लेकिन यहां से भी परीक्षा केंद्र आधा किलोमीटर दूर है।
Pithoragarh: भाई ने उठाया बहन का सपन पूरा करने का बीड़ा
जैसे की हम जानत है अब संजना के सपनों को पूरा करने का बीड़ा भाई ने उठाया और दिव्यांग बहन को परीक्षा केन्द्र तक पहुंचाने के लिए डोली का सहारा लिया।
इस दौरान जीआईसी शैलकुमारी के प्रधानाचार्य का कहना है कि परीक्षा के दौरान संजना को कोई समस्या ना हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।