मांस की दुकान हटाने की मांग को लेकर विहिप नेता ने किया आत्मदाह का प्रयास
ज्वालापुर से मांस की दुकान हटाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे विश्व हिंदू परिषद धर्म प्रसार विभाग के जिला संयोजक चरणजीत पाहवा ने रेल चैकी के सामने राम तिराहे पर आत्मदाह का प्रयास करते हुए खुद को आग लगा ली। पुलिस और विहिप कार्यकर्ताओं ने दरी डालकर आग बुझाई। 45 फीसदी जलने के कारण पाहवा को देहरादून में हायर सेंटर रेफर किया गया है।
एक अप्रैल को चरणजीत पाहवा ने नगर निगम क्षेत्र से मांस की दुकान हटाने की मांग को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट मनीष सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए सात दिन का अल्टीमेटम दिया था। पाहवा ने आठवें दिन रेल चैकी के सामने राम तिराहे पर आत्मदाह की चेतावनी दी थी। इस चेतावनी के बाद पुलिस पहले ही सतर्क थी। उधर, हिंदूवादी संगठन से जुड़े कार्यकर्ता सुबह साढ़े दस बजे ही राम तिराहे पर जमा हो गए थे। करीब आधे घंटे में कार्यकर्ता भारी संख्या में एकत्रित हो गए और अवैध मांस की दुकान को हटाने की मांग करते हुए नगर निगम और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
पुलिस से भी हुई तीखी नोकझोंक
इस दौरान उनकी पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई। लेकिन तब तक चरणजीत पाहवा मौके पर नहीं पहुंचा था। अचानक रेल चैकी के सामने स्थित एक बैंक्वेट हॉल से चरणजीत पाहवा खुद को आग लगाकर बाहर आ गया और इधर-उधर भागने लगा। पुलिस और कार्यकर्ताओं ने पाहवा को एक दरी में लपेट लिया और आग बुझाई। इसके बाद पाहवा को जिला अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।