छत्तीसगढ़ राज्य को विशेष राज्य का दर्जे की मांग को लेकर दिल्ली में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन

शिवसेना छत्तीसगढ़ द्वारा भारत की राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर में प्रदेश की 30 सुत्रीय मांगों व समस्याओं को लेकर शिवसेना प्रदेश प्रमुख छत्तीसगढ़ धनंजय सिंह परिहार के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना देकर प्रधानमंत्री भारत सरकार व राष्ट्रपति भारत सरकार को ज्ञापन सौंपा गया।

धरना को ठा.ओंकार सिंह गहलौत जिलाध्यक्ष जांजगीर चांपा ने संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी प्लांटों में स्थानीय बेरोजगार को रोजगार दिया जाए। क्योंकि अधिकांश प्लांटो में बाहर से मजदूर लाकर रखे गए हैं। जिससे स्थानीय मजदूरों को रोजगार के लिए अन्यत्र स्थान पलायन कर रोजगार के लिए भटकना पड़ रहा है।
कुछ समय पहले “धान का कटोरा” कहे जाने वाला छत्तीसगढ़ प्रदेश अब सीमेंट का कटोरा बनता जा रहा है। किसानों को उनके धान की उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है।

उन्होनें कहा कि हम केन्द्र सरकार से मांग करते हैं कि किसानों को उनकी धान की कीमत 3000 रूपये प्रति क्विंटल में खरीदा जाए। छत्तीसगढ़ी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए। छत्तीसगढ़ राज्य को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए। सीएए व एनपीआर को छत्तीसगढ़ में लागू किया जाए।

वहीं शिवसेना के सांसद माननीय गजानंद कीर्तिकार ने धरना में शामिल होकर छत्तीसगढ़ की मांगों को जायज बताते हुए अपना समर्थन दिया। इसके साथ ही सांसद कीर्तिकार ने आश्वस्त किया है कि वे सदन में भी इन मुद्दों को उठाएंगे। ताकि छत्तीसगढ़ियों को उसका हक मिल सके।

 

जांजगीर चांपा, छत्तीसगढ़ से दीपक यादव की रिपोर्ट