NIMS चेयरमैन डॉ. बीएस तोमर का बड़ा बयान कहा, नहीं हुआ कोरोनिल का ट्रायल | Nation One
कोरोना के इलाज के लिए पतंजलि आयुर्वेद की दवा कोरोनिल को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बाबा रामदेव का दावा था कि इसके जरिए उन्होंने एक क्लीनिकल ट्रायल भी किया था। जिसमें कोरोना के लक्षण वाले 50 प्रतिशत मरीज 3 दिन में और 100 फीसद मरीजों को 7 दिन में ठीक हो गए थे।
बता दें कि कोरोनिल के लॉन्च होते ही सबसे पहले आयुष मंत्रालय हरकत में आया। उसने इस दवा के विज्ञापन पर रोक लगा दी और पतंजलि के दावे पर कई सवाल उठाए।
इसके बाद उत्तराखंड आयुर्वेदिक विभाग ने उनके खिलाफ नोटिस जारी किया। विभाग ने कहा कि बुखार-खांसी-सर्दी की दवा कहकर लाइसेंस लिया था, कोरोना की दवा बना रहे हैं ये नहीं बताया। तीसरा झटका बाबा रामदेव को राजस्थान सरकार ने दिया जिसमें कहा गया कि उन्हें बाबा के किसी ट्रायल की कोई जानकारी नहीं हैं।
वहीं इन सबके बाद अब NIMS चेयरमैन डॉ बीएस तोमर ने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि हमने पतंजलि की कोरोनिल का ट्रायल नहीं किया है। हमने केवल औषधियों का ट्रायल किया है। बीएस तोमर का कहना है कि हमारे ट्रायल की फाइंडिंग को आए अभी केवल 2 ही दिन हुए थे कि योग गुरु बाबा रामदेव ने दवा बनाने का दावा कर दिया।
उन्होंने आगे कहा कि अब यह तो वो ही बता सकते हैं कि दो दिन में उन्होंने दवा कैसे बनाई है। मुझे इसकी जानकारी नहीं है। NIMS चेयरमैन डॉ बीएस तोमर के इस बयान के बाद बाबा रामदेव को एक और बड़ा झटका लगा है।