NEWS : आखिर कहां गायाब हो रहे है 2000 के नोट ? निर्मला सीतारामन ने संसद में दिया ये जवाब | Nation One
NEWS : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2000 के गुलाबी नोट बंद होने को लेकर संसद को बताया है। जैसा की आपको भी पता होगा कि 2 हजार के नोट मार्केट में बहुत कम दिखने लगे हैं।
यकीनन आपने भी इस नोट को लंबे अरसे से नहीं देखा होगा। आप कभी भी बैंकों से या फिर एटीएम से पैसा निकालने जाते होंगे तो आपको 500 रुपये के नोट ही मिलते होंगे।
ऐसे में आपके मन में यह सवाल जरूर उठता होगा कि आखिरकार गुलाबी नोट कहां गुम हो गए। इसको लेकर कई बार ऐसा सुनने में आया था कि इन नोटों से नकली नोट छापने वालों का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है, इसलिए इसे बंद कर दिया गया है।
बैंक इन नोटों को अपने पास रखकर सिर्फ 500 रुपये वाले नोट देने लगे हैं। कल सोमवार यानी 20 मार्च को वित्त मंत्री ने निर्मला सीतारमण ने गुलाबी नोट पर उठ रहे सवालों का जवाब दिया है।
NEWS : निर्मला सीतारमण ने दिया जवाब
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह साफ कर दिया है कि सरकार की तरफ से बैंकों को गुलाबी नोट वापस लेने की कोई गाइडलाइन नहीं दी गई है।
वित्त मंत्रालय ने संसद को सूचित करते हुए बताया कि ऑटोमेटेड टेलर मशीन में गुलाबी नोट भरने या न भरने के लिए बैंकों को कोई आदेश नहीं दिया गया है। बैंक कैश वेंडिंग मशीनों को किन नोटों से भरता है यह उनकी अपनी पसंद होती है। इससे सरकार का कोई लेना देना नहीं है।
वित्त मंत्री ने लोकसभा में एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक 500 रुपये और 2000 रुपये के नोटों का कुल मूल्य मार्च 2017 के अंत तक 9.512 लाख करोड़ था। जबकि मार्च 2022 तक 500 रुपये और 2000 रुपये के नोटों का कुल मूल्य 27.057 लाख करोड़ हो गया था।
उन्होंने आगे कहा कि इससे साफ है कि दोनों नोट छापे जा रहे हैं। एटीएम में 2,000 रुपये के नोट भरने है या फिर नहीं, इसके लिए बैंक उपयोग, आवश्यकता, उपभोक्ता और मौसमी प्रवृत्ति के आधार पर आकलन करते हैं।
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