
News : कांग्रेस के दिग्गज नेता का माधुरी दीक्षित पर विवादित बयान, पढ़ें | Nation One
News : राजस्थान विधानसभा में बीते बुधवार को IIFA अवार्ड 2025 का मुद्दा जोर-शोर से उठा। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर आईफा आयोजन में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए कई सवाल दागे। उन्होंने कहा कि सरकार इसे बड़ा आयोजन बताने में जुटी है, लेकिन हकीकत यह है कि इसमें शाहरुख खान के अलावा कोई फर्स्ट ग्रेड का कलाकार नहीं आया।
टीकाराम जूली ने कहा कि बॉलीवुड सिंगर सोनू निगम ने आईफा में बुलाए न जाने पर नाराजगी जताई थी। साथ ही उन्होंने आईफा आयोजन पर खर्च हुए 100 करोड़ रुपये पर भी सवाल उठाया।
इस दौरान टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार इसे बड़े फिल्मी सितारों का इवेंट बताकर प्रचार कर रही है, लेकिन हकीकत यह है कि शाहरुख खान के अलावा कोई भी फर्स्ट ग्रेड का कलाकार इसमें शामिल नहीं हुआ।
वहीं, जब भाजपा विधायकों ने कहा कि माधुरी दीक्षित भी आईफा में शामिल हुई थीं, तो जूली ने तंज कसते हुए कहा कि माधुरी दीक्षित का दौर अब खत्म हो चुका है। अब वह सेकंड ग्रेड की अभिनेत्री हो चुकी हैं। वह बेटा और दिल फिल्म के समय नंबर वन थीं, लेकिन अब वह फर्स्ट ग्रेड कलाकारों की लिस्ट में नहीं आतीं।
टीकाराम जूली ने बॉलीवुड गायक सोनू निगम को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम में जब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सोनू निगम के गाने के बीच में उठकर चले गए थे, तो सोनू निगम ने इस पर खुलकर नाराजगी जताई थी।
जूली ने कहा कि सोनू निगम को आईफा में बुलाया जाना चाहिए था। वह एक बेहतरीन गायक हैं, लेकिन सरकार ने उन्हें नहीं बुलाया और उनके प्रसिद्ध गानों को भी नॉमिनेट नहीं किया गया। क्या सिर्फ इसलिए कि उन्होंने सरकार की एक गलती पर आपत्ति जता दी थी?
इस दौरान टीकाराम जूली ने सरकार की बजट प्राथमिकताओं पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार टूरिज्म को बढ़ावा देने के नाम पर आईफा के लिए तुरंत 100 करोड़ रुपये जारी कर देती है, लेकिन खाटू श्याम जी मंदिर के लिए पिछले साल घोषित बजट की राशि आज तक जारी नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि यह सरकार की टूरिज्म नीति है कि फिल्मी सितारों के लिए करोड़ों रुपये तुरंत मंजूर कर दिए जाएं, लेकिन धार्मिक स्थलों के विकास के लिए बजट रोका जाए?
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