नई दिल्ली. सोशल मीडिया (Social Media) पर एक खबर वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि भारतीय रेलवे का पूरी तरह से निजीकरण (Indian Railways Privatization) किया जा रहा है. इस वायरल खबर के मुताबिक, निजीकरण की प्रक्रिया में नौकरियों में कटौती (cut in jobs) के साथ रेलवे का निजीकरण किया जा रहा है. आइए जानते हैं आखिर क्या है इस खबर की सच्चाई.
आखिर क्या है सच ?
इस खबर की पड़ताल करने पर पता चला कि ये खबर फर्जी है. इससे जुड़ी ऐसी कोई भी खबर किसी भी वेबसाइट पर नहीं छापी गई है. भारत सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पीआईबी फैक्ट चेक ने भारतीय रेलवे के निजीकरण के दावे को फेक बताते हुए कहा, ‘यह दावा फर्जी है!
बता दें इससे पहले भी एक और खबर वायरल हुई थी, जिसमें दावा किया गया था कि रेलवे ने फैसला लिया है कि साल 2020-21 की सैलरी रेलवे कर्मचारियों को नहीं देगा. हालांकि ये दावा भी गलत साबित हुआ था. ऐसे में ये साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ये खबर गलत है.