News : भारतीय नौसेना ने अरब सागर में एंटी-शिप मिसाइलों का सफल परीक्षण किया!

News : भारतीय नौसेना ने अरब सागर में अपने समुद्री युद्धक क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए एंटी-शिप मिसाइलों का सफल परीक्षण किया। इस परीक्षण का उद्देश्य भारतीय नौसेना की उच्चतम युद्ध तत्परता को साबित करना था और यह सिद्ध करना था कि भारतीय नौसेना अपने विरोधियों को किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

इस परीक्षण ने भारतीय नौसेना की रणनीतिक ताकत को और मजबूती दी है, जो न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि यह रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और कदम साबित हुआ है।

इस परीक्षण में भारतीय नौसेना के स्वदेशी गाइडेड मिसाइल विध्वंसक INS Surat ने भाग लिया। INS Surat को P15B परियोजना के तहत डिजाइन किया गया है और यह भारतीय नौसेना के सबसे आधुनिक और शक्तिशाली विध्वंसकों में से एक है।

इस जहाज पर लगे हथियार-संवेदक पैकेज और नेटवर्क-केंद्रित प्रणालियाँ इसे अत्याधुनिक बनाती हैं, जिससे यह किसी भी दुश्मन को महज एक पल में नष्ट कर सकता है। इस परीक्षण में, INS Surat ने अरब सागर में एक स्थिर लक्ष्य पर सटीकता के साथ मिसाइल दागी, जो उसकी युद्ध क्षमता और सटीकता को प्रदर्शित करता है।

News : देश मिसाइल प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भर

इस मिसाइल परीक्षण के दौरान भारतीय नौसेना ने यह भी साबित किया कि देश अपनी मिसाइल प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भर हो चुका है। परीक्षण में इस्तेमाल की गई एंटी-शिप मिसाइलों के परिणामस्वरूप भारतीय नौसेना के पास अपने शत्रुओं को गंभीर नुकसान पहुँचाने की क्षमता है।

यह परीक्षण ना सिर्फ भारतीय नौसेना की ताकत को बढ़ाता है, बल्कि यह संकेत भी देता है कि भारत समुद्र की सुरक्षा में अपनी भूमिका को बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है।

भारतीय नौसेना की बढ़ती ताकत का यह प्रदर्शन पाकिस्तान द्वारा अरब सागर में अपनी मिसाइलों के परीक्षण की योजना से पहले हुआ है। पाकिस्तान द्वारा इस क्षेत्र में मिसाइल परीक्षण किए जाने की योजना के बाद भारतीय नौसेना ने अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि भारत अपनी समुद्री सीमाओं की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है।

इस परीक्षण से यह भी पता चलता है कि भारतीय नौसेना में स्वदेशी तकनीकों का इस्तेमाल बढ़ा है। INS Surat का निर्माण भारतीय शिपयार्ड में हुआ है और इस पर 75% स्वदेशी सामग्री का उपयोग किया गया है।

इससे भारतीय रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को और बल मिला है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘आत्मनिर्भर भारत’ की पहल के अनुरूप है। भारतीय नौसेना की स्वदेशी तकनीकों का उपयोग उसके समग्र युद्ध क्षमताओं में सुधार कर रहा है।

News : सैन्य ताकत अब और भी सशक्त

इसके अलावा, भारतीय नौसेना ने हाल ही में तंजानिया के दार एस सलाम में अपनी युद्धपोतों और जहाजों के साथ एक अभ्यास भी किया, जो भारतीय नौसेना की विदेश नीति और क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस तरह के अभ्यासों से भारतीय नौसेना को न केवल अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त होता है, बल्कि यह उसे विभिन्न युद्ध परिस्थितियों में अपनी क्षमताओं को और बेहतर बनाने का अवसर भी देता है।

कुल मिलाकर, भारतीय नौसेना का यह एंटी-शिप मिसाइल परीक्षण उसकी युद्ध तैयारियों और सामरिक क्षमताओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसने ना केवल भारत की समुद्री सुरक्षा को मजबूत किया है, बल्कि यह क्षेत्रीय सुरक्षा के लिहाज से भी एक अहम कदम है। भारत की सैन्य ताकत अब और भी सशक्त हो चुकी है और यह देश को वैश्विक स्तर पर और अधिक प्रभावी बना रही है।

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