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दिल्ली में यमुना खतरे के निशान के पार,दिल्ली में मच सकती है भारी तबाही
यमुना का जल स्तर ने खतरे के निशान को पार लिया है. इससे यमुना के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. दिल्ली सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है.
दिल्ली में यमुना का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. जिसके बाद दिल्ली सरकार ने यमुना के किनारे वाले इलाकों में बसे लोगों को अलर्ट जारी किया है. वर्तमान में यमुना का जल स्तर 205.4 मीटर है जो कि खतरे के निशान से 0.57 मीटर ऊपर है.
शनिवार को सुबह हरियाणा से पानी छोड़े जाने का बाद हथिनी कुंड से दोबारा 11 बजे 3,11,190 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इसी के साथ यमुना में लगातार बढ़ रहे जल स्तर को लेकर दूसरी चेतावनी भी जारी कर दी गई.
गौर हो कि यमुना में जल स्तर 204.83 मीटर के ऊपर जाते ही खतरा बढ़ जाता है. इस बीच लगातार बढ़ रहे पानी को देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने निचले इलाकों में रह रहे 100 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए तैयारियां की हैं.
शुक्रवार को पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन ने एक बयान जारी कर कहा कि दिल्ली ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 27 जुलाई को शाम सात बजे 204.10 मीटर पहुंच गया था. जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है.
बयान में कहा गया है कि सभी एग्जक्यूटिव इंजीनियरों/सेक्टर ऑफिसर को नियंत्रण कक्ष से करीबी संपर्क रखने का निर्देश दिया गया है. त्वरित प्रतिक्रिया टीम के तहत हमारे लोग तैनात हैं और आज सेवा में वाहन तथा तीन नौकाओं को लगाया गया.
हरियाणा की तरफ से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. शनिवार सुबह 6 बजे 1,65,000 क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया. इसका मतलब ये है कि जल स्तर में और वृद्धि होगी. हालांकि विभाग ने कहा कि इससे ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा. लेकिन यमुना के किनारे स्थित गांधी मंडू, न्यू उस्मानपुर, यमुना पुस्ता और सोनिया विहार जैसे निचले इलाकों में बने घरों को खाली करने का निर्देश जारी किया है. प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी करने के बाद कई लोगों ने अपने घरों को खाली कर दिया है.