कोरोना वायरस को लेकर नेपाल सतर्क, प्रतिबंध के बाद भी धड़ल्ले से पार हो रहा बॉयलर मुर्गा
चीन से चलकर दुनिया के तमाम देशों में महामारी के रूप में कोरोना वायरस नामक जानलेवा बीमारी अब भारत व नेपाल में भी अपने पैर पसार चुकी है। सुजौली समेत मुर्तिहा, मोतीपुर, रुपईडीहा थाना क्षेत्र के सैकड़ों गांव नेपाल से सटे हुए हैं।
इस महामारी को रोकने के प्रयास में नेपाल में मुर्गी मुर्गों के खाने व बेचने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंधित लगा दिया गया है। किंतु चोरी छिपे नेपाली नागरिक सीमा से सटे हुए भारतीय क्षेत्र से धड़ल्ले से मुर्गों की खरीद फरोख्त कर रहे हैं। इस क्रम में थाना सुजौली क्षेत्र में दूरदराज के कई जनपदों से लाकर मुर्गी मुर्गों के फार्म हाउस कुछ लोगों द्वारा खोले गए हैं। जो संचालित हैं और भारत नेपाल सीमा के बर्दिया ग्राम व फकीरपुरी समेत आम्बा, चहलवा व सुजौली, कारीकोट, बरखड़िया से चोरी छिपे मुर्गों का निर्यात सीमा पार रातोंरात भारी मात्रा में कर दिया जाता है।
जबकि नेपाल प्रशासन नेपाली नागरिकों को भारतीय क्षेत्र में प्रवेश को तथा भारतीयों को नेपाल में आने से रोकने के प्रयास में लगा हुआ है और बॉयलर मुर्गों को नेपाल में बिक्री से रोक रहा है किंतु सीमा क्षेत्रों में धड़ल्ले से मुर्गों का व्यापार चल रहा है।
पुलिस, एसएसबी, वन विभाग जैसे कई संस्थान इसे रोकने में पूर्ण रूप से असमर्थ दिखाई दे रहे हैं। जहां एक ओर नेपाल प्रशासन कोरोना वायरस को लेकर अपने नागरिकों को मास्क पहन कर आवागमन करने की सलाह दे रहा है। वहीं भारतीय पुलिस प्रशासन द्वारा सतर्कता के कोई निर्देश सीमावर्ती क्षेत्र के निवासियों को नही दिए गए हैं। ऐसे में बगैर मास्क के लोग सीमावर्ती क्षेत्रों में घूमते नज़र आ रहे हैं। वहीं नेपाल में लोगों में सतर्कता बढ़ाए जाने के बाद से ही पिछले तीन दिनों से भारतीय सीमा क्षेत्रों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
बहराइच, उत्तरप्रदेश से मो0 उवेश रहमान की रिपोर्ट