मथुरा : यहां नंदगांव के नंदबाबा मंदिर में धोखे से नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है. मामले में पुलिस कार्रवाई शुरू हो गई है. मंदिर प्रशासन की शिकायत पर फैजल खान और उसके तीन दोस्तों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि मंदिर में नमाज पढ़ने वाले दिल्ली की खुदाई खिदमतगार संस्था के लोग हैं. इन्होंने नमाज पढ़ने का फोटो सोशल मीडिया में वायरल किया था.
दरअसल दिल्ली की संस्था खुदाई खिदमतगार के सदस्य फैसल खान और मोहम्मद चांद गांधीवादी कार्यकर्ता निलेश गुप्ता और आलोक रत्न के साथ शनिवार को नंदगांव के नंदबाबा मंदिर पहुंचे. दोपहर 2 बजे युवकों ने यहां जोहर की नमाज अदा की. साथ ही, नमाज के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिये.
मामले पर मंदिर के सेवायत कान्हा गोस्वामी का कहना है कि उन्होंने नमाज अदा करने की कोई अनुमति नहीं दी थी. इन लड़कों से उनकी बातचीत जरूर हुई थी. नमाज धोखे से पढ़ी है जबकि, यह बताया जा रहा है कि, मंदिर के प्रधान पुजारी ने ही उन्हें नमाज पढ़ने की इजाजत दी थी.
उन्होंने दोनों से कहा था कि, ये तो भगवान के भजन की जगह है, यहीं नमाज पढ़ लीजिए. इस पर कौमी एकता मंच के मधुबन दत्त चमक चतुर्वेदी का कहना था कि, भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए मंदिर के लोगों ने उन्हें नमाज अदा करने की अनुमति दी थी.
नमाज अदा करने के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है. हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश है. बरसाना थाने में मंदिर के सेवायत कान्हा गोस्वामी द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी मोहम्मद चांद समते चार युवकों के खिलाफ 153-A, 295, 505 के तहत बरसाना थाने में मुकदमा दर्ज किया है.
साथ ही, एसएसपी गौरव ग्रोवर ने इस पूरे प्रकरण की जांच खुफिया विभाग को भी सौंपी है. मंदिर में नमाज पढ़ने और उसकी फोटो, वीडियो वायरल करने के पीछे आखिर क्या मंशा थी, अब इसकी भी जांच की जा रही है.