मध्यप्रदेश में और भड़का किसान आंदोलन
- जगह जगह आगजनी ट्रकों और बाइक में लगाई प्रदर्शनकारियों ने आग
- सीहोर में हवाई फायर लाठीचार्ज और अश्रु गैस के बाद भी स्थिति अनियंत्रित
- सीहोर मे सीआरपीएफ तैनात एक हजार से ज्यादा जवान सुरक्षा में
- गोली कांड में घायल किसान की मौत मंदसोर में तनाव
- प्रदर्शनकारियों ने रोकी ट्रेन
- सीहोर,शाजापुर, मंदसौर सहित प्रदेश के 1 दर्जन से अधिक जिलों में आंदोलनकारी भड़के
भोपाल
मध्यप्रदेश का किसान आंदोलन नौवें दिन भी शांत होने की स्थान पर और भड़क गया है।सीहोर ,शाजापुर में आंदोलनकारी जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। वही मंदसौर में गोलीबारी में घायल किसान घनश्याम धाकड़ की मौत हो जाने के बाद मंदसौर में भी तनाव फैल गया है। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच लगातार हो रही झड़प से स्थिति अनियंत्रित होती जा रही है।
सीहोर में प्रदर्शनकारियों ने फंदा टोल नाके पर चक्का जाम किया और खदेड़ने पर पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े,हवाई फायर किए और लाठीचार्ज भी किया। इसके बाद भी आंदोलनकारी भड़के हुए हैं। स्थिति नियंत्रण में नहीं आ पा रही है। आंदोलनकारियों ने बैटरी से भरे एक ट्रक में आग लगा दी है।पुलिस ने आंदोलनकारियों से निपटने के लिए गिरफ्तारी शुरू कर दी है ।
इस आंदोलन में कांग्रेस नेता भी शामिल बताए जा रहे हैं । पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को भी गिरफ्तार किया है। जगह -जगह प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच पथराव हो रहा है। सीहोर शाजापुर में कई जगह आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं। पुलिस प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन इसका असर देखने को नहीं मिल रहा है।आंदोलनकारियों ने बिलासपुर इंदौर ट्रेन को भी रोक दिया है ।भोपाल और इंदौर के बीच कई स्थानों पर चक्का जाम लगा हुआ है।
2 जून को पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन के अनिल यादव को गिरफ्तार किया था।पुलिस हिरासत में उनकी तबीयत बिगड़ जाने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था। पुलिस ने आज दर्जनों आंदोलनकारियों को गिरफ्तार किया है।
सीहोर मे भीड़ नियंत्रण के लिेए हवाई फायरिंग
सीहोर में किसान आंदोलन मैं आंदोलनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने रोशनपुरा चौराहे में आंदोलनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े,और हवाई फायर किए। इस चौराहे पर भारी संख्या में किसान एकत्रित होकर पत्थरबाजी और नारेबाजी कर रहे थे। यहां पर किसान काफी उग्र थे।
किसानों को पीछे करने के लिए पुलिस को अश्रु गैस के गोले दागने पड़े, और हवाई फायर भी करना पड़ा।किंतु इसके बाद भी किसान एक बार फिर आगे बढ़ रहे हैं। इससे जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को आंदोलन नियंत्रित करने में काफी प्रयास करना पड़ रहा है। किसान आंदोलन के नौवें दिन भी यह आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है।जगह-जगह आंदोलन की ख़बरें प्राप्त हो रही हैं। फंदा टोल नाके पर भी किसानों ने भारी पत्थरबाजी की है ।पुलिस आंदोलनकारियों को नियंत्रित करने भरसक प्रयास कर रही है। किंतु आंदोलनकारी काफी उग्र है।