महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कारगर हो रहा मिशन शक्ति अभियान | Nation One
लखनऊ : महिला अपराधों के प्रभावी रोकथाम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मिशन शक्ति अभियान और एंटी रोमियो स्क्वायड कारगर साबित हो रहा है। मिशन शक्ति अभियान में 8.50 करोड़ पुरुषों, महिलाओं और अन्य को जागरूक किया गया है।
साथ ही सवा पांच लाख से ज्यादा आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही भी की गई है। ऐसे ही एंटी रोमियो स्क्वायड छेड़छाड़, अभद्रता और अश्लीलता पर ब्रेक लगा रहा है और प्रदेश में 16 हजार से ज्यादा आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की गई है।
प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा, स्वावलंबन और सशक्तीकरण को लेकर शुरू किए गए मिशन शक्ति अभियान का असर अब दिखने लगा है। सरकार की ओर से महिलाओं के प्रति अपराधों पर रोक लगाने के लिए प्रदेश के 1535 थानों पर महिला हेल्प डेस्क की स्थापना और ऐसे मामलों में त्वरित कार्यवाही के लिए 218 “फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया गया है।
गृह विभाग के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक वीमेन पावर लाइन पर मिली शिकायतों में से 99.6 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण किया गया है और महिला हेल्पलाइन 181 के तहत महिलाओं की सहायता की गई है।
प्रदेश में वन स्टाप सेंटर योजना के तहत 4.76 लाख महिलाओं और बालिकाओं को सहायता दी गई है। हाल ही में इसे लेकर कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा की अध्यक्षता वाले गृह मंत्रालय की पार्लियामेंट्री स्टैंडिग कमेटी की रिपोर्ट में महिलाओं के खिलाफ हिंसा से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की तारीफ की थी।
समिति ने प्रदेश के विभिन्न विभागों को जोड़ने और राज्य सरकार की ओर से हिंसा की शिकार महिलाओं की मदद के लिए एकल खिड़की प्रणाली के निर्माण जैसी पहल की सराहना की थी।
साथ ही समिति ने अन्य राज्यों को भी महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा से संबंधित विभिन्न विभागों के बीच इस तरह का तालमेल और समन्वय स्थापित करने की सिफारिश की। योगी सरकार ने हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए सभी जिलों में वन स्टॉप सेंटर बनाए हैं।
सीएम योगी ने छेडछाड़ की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पहली बार मार्च 2017 में हर जिले में एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया था। इसके तहत प्रदेश में 42 लाख से अधिक स्थानों पर चेकिंग कर एक करोड़ से अधिक लोगों की जांच की गई और करीब 11 हजार से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए।
पुलिस विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिले स्तर पर एंटी रोमियो स्क्वायड का असर देखने को मिलता है, जिस कारण महिला अपराधों में कमी आई है।